महोत्सव से यमुना को नुकसान नहीं हुआ : श्री श्री

Sunday, Mar 13, 2016 - 10:56 PM (IST)

नई दिल्ली: आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने आज कहा कि विश्व सांस्कृतिक महोत्व से यमुना को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है। महोत्सव के समापन के अवसर पर श्री श्री रविशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि वह नहीं मानते कि महोत्सव से यमुना को किसी प्रकार का खतरा उत्पन्न हुआ है।  
 
संवाददाताओं के महोत्सव को यमुना तट पर कराए जाने की अपेक्षा किसी स्टेडियम में कराए जाने के सवाल पर श्री श्री ने उल्टा सवाल किया कि क्या इतने बड़े आयोजन को स्टेडियम में कराना संभव था। उन्होंने कहा, हमने पहले इस आयोजन को स्टेडियम में कराने के लिये सोचा था लेकिन इतनी बड़ी संख्या कलाकारों की प्रस्तुति स्टेडियम में संभव नहीं थी। हम बड़े असमंजस में थे और हमने इसे यमुना तट में कराने का निर्णय लिया। 
 
महोत्सव से यमुना को किसी प्रकार के खतरे के सवाल पर उन्होंने कहा, देश में विश्व का सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण है। आयोजन के लिये हमने एक भी पेड़ को नहीं काटा बल्कि केवल कुछ फसलों को हटाया है और इसके लिए किसानों को मुआवजा भी दिया गया है। मैं नहीं मानता कि यमुना के तट पर फसलों को हटाने से पर्यावरण के लिये किसी प्रकार का खतरा हुआ है।  
 
राजधानी में यमुना के तट पर लगा दुनिया की तमाम संस्कृतियों और कला का महाकुंभ का ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के संदेश के साथ आज सफलतापूर्वक समापन हो गया। तीन दिन तक चले विश्व सांस्कृतिक महोत्सव में दुनिया के कोने-कोने से आये हजारों कलाकारों और कलाप्रेमियों ने गीत, संगीत और नृत्य के सागर में डुबकी लगाई।  
 
इस महा आयोजन के लिए कई एकड़ जमीन को साफ किया गया था तथा महोत्सव अपने आयोजन से पहले पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के विवाद में था। यह मामला राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के समक्ष पहुंचा था जिसने आर्ट आफ लिविंग को पांच करोड़ रुपए का हर्जाना देने को कहा था। 
Advertising