केजरीवाल बोले- कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए बनाई जाए स्पेशल वर्कफोर्स

Wednesday, May 19, 2021 - 04:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार बच्चों को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने के लिए विशेष कार्यबल का गठन करेगी। केजरीवाल ने कहा कि अधिकारियों के साथ बैठक में यह फैसला लिया गया। केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया कि अगर कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है तो उससे लड़ने के लिए हमें पहले से तैयार रहना होगा। आज अधिकारियों के साथ बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए। तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए बनाएंगे विशेष कार्यबल; पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं का पहले से बेहतर प्रबंधन। केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना के खिलाफ तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

 

केजरीवाल ने कहा कि अगर कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है, तो उससे लड़ने के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि दिल्ली में लगाए जा रहे सभी ऑक्सीजन प्लांट के कार्यों को समय से पूरा किया जाए और भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में उप मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण की मौजूदा दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर के भी आने की आशंका जताई जा रही है। अधिकारियों ने एक अनुमानित आकलन के अनुसार बताया कि तीसरी लहर के दौरान करीब 40 हजार बेड की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। इन 40 हजार बेड में से करीब 10 हजार ICU बेड होने चाहिए।

 

केजरीवाल ने कहा कि अगर बड़े पैमाने पर बेड बढ़ाए जाएंगे, तो उसके लिए बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए भी तैयारी करनी होगी, ताकि एकाएक ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है, तो उसको पूरा किया जा सके। बैठक में निर्णय लिया गया कि इसके लिए दिल्ली सरकार पहले से ही ऑक्सीजन टैंकर खरीद कर रखेगी और बड़ी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर भी खरीदे जाएंगे, ताकि अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने में कोई समस्या न आए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विभिन्न अस्पतालों में जो ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं, उनको भी समय पर पूरा किया जाए और ऑक्सीजन के भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, ताकि अगर ऑक्सीजन की जरूरत पड़े, तो उस दौरान भगदड़ की स्थिति न पैदा हो।

Seema Sharma

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