''अखिलेश यादव की सरकार में कांवड़ यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न होती थी, लेकिन आज हालात ऐसे नहीं हैं'' - सपा नेता एसटी हसन

punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 01:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश में चल रही कांवड़ यात्रा को लेकर सियासत गर्म है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद एसटी हसन ने एक बार फिर इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव की सरकार में कांवड़ यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न होती थी, लेकिन आज हालात ऐसे हैं कि हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच जानबूझकर दूरी बनाई जा रही है। सियासत करने वाले वोट के लिए समाज को आपस में भिड़ा रहे हैं।

'देश सबका है, इसपर सबका हक है' - एसटी हसन

एसटी हसन ने कहा, 'आज भी अगर कोई मुश्किल आती है तो हिंदू-मुसलमान मिलकर उसका सामना करते हैं। लेकिन कुछ राजनीतिक लोग वोट के लिए लोगों को आपस में भिड़ा रहे हैं। ये देश सिर्फ एक वर्ग का नहीं है, यह सबका है और सबका इस पर बराबर अधिकार है।' उन्होंने मौलाना आजाद फाउंडेशन से मिलने वाली आर्थिक मदद का जिक्र करते हुए कहा कि मुस्लिम छात्रों को जो सहायता मिलती थी, वह बंद कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती कि मुस्लिम समाज आगे बढ़े। साथ ही उन्होंने 'सबका साथ, सबका विकास' नारे पर सवाल उठाते हुए कहा, 'ये सिर्फ नारा है, असल में सरकार का इरादा सही नहीं है।'

अखिलेश यादव की मांग को बताया सही

एसटी हसन ने अखिलेश यादव द्वारा की गई उस मांग का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कांवड़ यात्रा के लिए अलग रास्तों की व्यवस्था की बात कही थी। उन्होंने कहा, 'अखिलेश जी की सरकार में कभी किसी समुदाय को नीचा नहीं दिखाया गया। अगर कांवड़ यात्रा के लिए अलग रास्ते तय कर दिए जाएं तो सभी को सुविधा होगी और टकराव की आशंका नहीं रहेगी।' उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान कई बार छोटी-छोटी बातों पर विवाद हो जाते हैं, जैसे कि किसी वाहन का गलती से कांवड़ियों से टकरा जाना। अगर अलग रास्ते होंगे, तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।

धर्मांतरण पर भी दी राय

धर्मांतरण के मुद्दे पर बोलते हुए एसटी हसन ने कहा, 'अगर कोई व्यक्ति लालच, डर या जबरदस्ती से धर्म बदलवाता है तो वो गलत है, लेकिन अगर कोई अपनी इच्छा से धर्म बदलता है, तो उसमें कोई बुराई नहीं है।' उन्होंने कहा कि आजकल फिल्मों के माध्यम से लोगों को भड़काया जा रहा है, जिससे समाज में नफरत का माहौल बनता जा रहा है।

कश्मीर फाइल्स और फिल्मों को लेकर बोले एसटी हसन

एसटी हसन ने मौलाना अरशद मदनी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि फिल्मों में एकतरफा तस्वीर दिखाई जाती है। उन्होंने 'कश्मीर फाइल्स' का उदाहरण देते हुए कहा कि 'उसमें यह नहीं दिखाया गया कि कई मुसलमानों ने हिंदुओं को बचाया भी था, सिर्फ यह बताया गया कि मुसलमानों ने हमला किया।' उन्होंने कहा कि अगर ऐसे फिल्मों के जरिए अल्पसंख्यकों को गलत तरीके से पेश किया गया, तो समाज में दूरी बढ़ेगी और यह देश के लिए नुकसानदायक होगा। उन्होंने कहा कि देश में आज भी हिंदू और मुसलमानों के बीच प्यार और एकता है, लेकिन कुछ लोग माहौल बिगाड़ने में लगे हैं।


 


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Content Editor

Mehak

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