-96 डिग्री सेल्सियस पर रखा मां का शव, ताकि 25 साल बाद फिर से कर सके जिंदा

Sunday, Apr 08, 2018 - 04:30 PM (IST)

कोलकाताः पश्चिम बंगाल के सुब्रत मजूमदार पिछले तीन सालों से अपनी मां के शव को संभाले हुआ था, वो भी सिर्फ पेंशन पाने के लिए। सुब्रत ने अपनी मां के शव को टुकड़ों में काट कर फ्रीजर में रखा हुआ था ताकि शव की दुर्गंध बाहर न जाए। वहीं शव का पोस्टमॉर्टम करते हुए डॉक्टरों के होश फख्ता हो गए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सामने आया है कि शव 25 साल तक सुरक्षित रहे इसके लिए सुब्रत ने उसे माइनस 96 डिग्री सेल्सियस पर डीप फ्रीज किया था। डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम में जो वजह बताई वो सच में चौंकाने वाली थी। सुब्रत ने सोचा था कि 25 साल बाद  मेडिकल साइंस और एडवांस हो जाएगी और वो उसके सहारे अपनी मृत मां को फिर से जिंदा कर पाएगा।

सुब्रत ने पूरी स्कीम के साथ मां के शव को इतने सालों तक संभालकर रखा। दरअसल उसको शरीर के जिन हिस्सों के सड़ने का डर था उसने उन हिस्सों जैसे- किडनी, लीवर इत्यादि को शरीर से निकालकर एक बड़े जार में रख दिया और बाकि शरीर को फ्रिज में रख दिया। वहीं पोस्टमॉर्टम एक्सपर्ट्स का कहना है कि टेस्ट में फॉर्मलिन के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है, जिसे शव को काफी लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि क्या सुब्रत ने कोई ऐसे केमिकल भी बॉडी में इंजेक्ट किए थे जिससे बॉडी को डीप फ्रीज़ करके शव की कोशिकाओं, टिशूज़ और अंगों को गलने से रोका जा सके। पुलिस के मुताबिक, सुब्रत ने पूरी कोशिश की थी शव को सुरक्षित रखने के लिए। पुलिस ने बताया कि शव इतनी बुरी हालत में था कि उसे सुब्रत के 89 वर्षीय वृद्ध पिता को अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं दे पाए।

बता दें कि पुलिस इस केस को पैसों के एंगल के साथ जोड़कर भी देख रही है। सुब्रत की मां एक सरकारी कर्मचारी थी और उन्हें हर महीने पेंशन भी आती थी। पुलिस उन पैसों और सुब्रत के लेने-देन की भी जांच कर रही। वहीं जिस घर में महिला का शव रखा गया था वहां सुब्रत के साथ उसके पिता यानि कि मृतक महिला का पति भी रह रहा था। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। वहीं सुब्रत को दिमागी अस्पताल में भी दिखाया जा रहा है कि क्या उसकी मानसिक स्थिति नॉर्मल है।

Punjab Kesari

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