इंटरनैट का वहशी बाजार: चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर अंकुश लगाने की कवायद

Saturday, Jan 11, 2020 - 09:11 AM (IST)

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के बढ़ते प्रसार और इससे बच्चों तथा समाज पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों की समस्या को लेकर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू द्वारा गठित राज्यसभा सदस्यों की तदर्थ समिति ने गूगल, ट्विटर, शेयरचैट और एच.ई.आर.डी. फाऊंडेशन के अधिकारियों के साथ मुलाकात की। इन अधिकारियों से पूछा गया है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी (बच्चों से संबंधित अश्लीलता) रोकने के लिए उनकी कंपनियों ने क्या उपाय किए हैं? इस पर अधिकारियों ने अपने सुझाव सांझा किए हैं। बैठक में मौजूद एक सूत्र के अनुसार समिति सदस्यों ने प्रौद्योगिकी कंपनियों से उनसे संबंधित प्लेटफार्मों पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर अंकुश लगाने के तरीकों के बारे में पूछा है। बैठक में गूगल के इंडिया मैनेजर (सार्वजनिक नीति) राहुल जैन, ट्विटर इंडिया की नीति प्रमुख महिमा कौल, शेयरचैट के सार्वजनिक नीति और नीतिगत संचार प्रमुख बर्गेस मालु तथा एच.ई.आर.डी. फाऊंडेशन के अमोल देशमुख और सुचेता गुप्ता ने भाग लिया।
 

अधिकारियों ने ये सुझाव दिए
इस चर्चा के संबंध में जानकारी रखने वाले एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों में से एक ने सुझाव दिया है कि अमरीका में बच्चों के ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम (सी.ओ.पी.पी.ए.) की तर्ज पर कुछ प्रावधान किया जाए। यह कानून इंटरनैट सेवाओं और वैबसाइटों के संचालकों द्वारा बच्चों की व्यक्तिगत जानकारी का संग्रह और उपयोग नियंत्रित करने के लिए तैयार किया गया है। इस अधिकारी ने अमरीका में संघीय व्यापार आयोग की तरह एक निकाय होने का भी सुझाव दिया जो ऑनलाइन मीडिया प्लेटफार्मों को नियंत्रित करता है। गूगल से उसके सॄचग प्लेटफॉर्म और इस प्लेटफॉर्म पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा गया है। 
 

ब्लॉकचेन का इस्तेमाल कारगर   
सामाजिक मसलों के अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने वाले एच.ई.आर.डी. फाऊंडेशन ने अपराधियों पर निगारनी रखने के लिए ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करने समेत चाइल्ड पोर्नोग्राफी की समस्या से निपटने को लेकर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश की अध्यक्षता वाली इस समिति ने 20 दिसम्बर को फेसबुक, टिकटॉक और अन्य सरकारी प्रतिनिधियों से इसी विषय पर उनके विचार जानने के लिए मुलाकात की थी। उस बैठक में फेसबुक ने समिति को मलेशियाई संचार एवं मल्टीमीडिया आयोग (एम.सी.एम.सी.) के साथ अपनी सांझेदारी के बारे में अवगत कराया था। टिकटॉक से अश्लील सामग्री फैलाने के लिए मंच के दुरुपयोग के बारे में पूछा गया था।

प्रतिदिन 
37 पोर्नोग्राफिक वीडियो बनती हैं अमरीका में
250 करोड़ ई-मेल का पोर्न वीडियो के लिए अदान-प्रदान
116,000 इन्क्वायरी चाइल्ड पोर्नोग्राफी के लिए सोशल साइट्स को मिलती हैं।


एक सैकेंड में
28,258 लोग इंटरनैट पर देखते हैं पोर्न फिल्म
3,075 डॉलर इंटरनैट पर पोर्न फिल्में देखने पर होते हैं खर्च
372 लोग सर्च इंजन पर ‘अडल्ट’ शब्द टाइप करते हैं


 

Anil dev

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