इलेक्शन डायरीः ...जब देवी लाल ने गवर्नर को जड़ दिया था थप्पड़

Thursday, May 16, 2019 - 08:30 AM (IST)

इलेक्शन डेस्क : देश में सरकारें बनाने को लेकर सियासी जोड़-तोड़ के किस्सों से तो इतिहास भरा पड़ा है लेकिन सरकार बनाने को लेकर देश में एक ऐसा वाकया भी हुआ जब देश के लोकतंत्र को शर्मसार होना पड़ा। 

यह मामला हरियाणा के राज्यपाल जी.डी. तापसे को देवी लाल द्वारा थप्पड़ मारे जाने का है। यह घटना 1982 की है। उस समय विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में किसी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हो पाया था। 90 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस को 35, लोकदल को 31 और भाजपा को 6 सीटें हासिल हुई थीं, लिहाजा दोनों पक्षों ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया लेकिन हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल जी.डी. तापसे ने कांग्रेस नेता चौधरी भजन लाल को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी। 

जब चौधरी देवी लाल को इस बात का पता चला तो वह विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे। उन्होंने राजभवन में अपने समर्थक विधायकों की परेड करवाकर एक तरह से अपने साथ बहुमत होने की बात को साबित कर दिखाया पर तापसे ने उनकी एक न सुनी। राज्यपाल के आचरण और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के चीरहरण को लेकर विधायक और देवी लाल गुस्से से भरे थे। 

देवीलाल के साथ भाजपा नेता डॉ. मंगलसेन भी थे। ये सब मांग कर रहे थे कि भजन लाल और उनके मंत्रिमंडल को तत्काल बर्खास्त करो और लोकदल की सरकार बनाओ। देवी लाल और राज्यपाल तपासे के बीच बहुत तीखी बहस छिड़ी। देवी लाल ने तपासे की ठुड्डी पकड़कर उन्हें खरी-खोटी सुनाई। तपासे ने उनका हाथ झटका तो चौधरी देवी लाल ने तपासे को एक जोरदार चांटा रसीद कर दिया। इस थप्पड़ की गूंज दिल्ली तक सुनाई दी थी और पूरे देश की सियासत में भूचाल आ गया था।          

Pardeep

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