थप्पड़ कांडः केजरीवाल तक पहुंचना अब आसान नहीं, माला डालना भी होगा मुश्किल
Monday, May 06, 2019 - 11:40 AM (IST)
नई दिल्लीः आम आदमी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पहुंचना अब आसान नहीं होगा। इतना ही नहीं अगर कोई केजरीवाल के स्वागत में उनको माला भी पहनाना चाहेगा तो वो भी मुश्किल ही होगा। जी हां, थप्पड़ कांड के बाद दिल्ली सीएम केजरीवाल की सुरक्षा में कुछ बदलाव किए गए हैं। अगर कोई समर्थक या प्रशंसक केजरीवाल से मिलना चाहेगा या स्वागत के तौर पर उनको माला भेंट करना चाहेगा तो उससे पहले उसे सीएम के सुरक्षा घेरे से दो-चार होना पड़ेगा। अगर सिक्योरिटी आपको केजरीवाल के पास जाने की इजाजत देगी तभी आप उनक तक पहुंच पाओगे। दरअसल शनिवार को मोती नगर इलाके में रोड शो में केजरीवाल को थप्पड़ पड़नेके बाद उनकी सुरक्षा में बड़े स्तर पर बदलाव किए हैं। जहां पहले खुद केजरीवाल सुरक्षा घेरे में रहने को तैयार नहीं थे वहीं अब थप्पड़कांड का मामला बढ़ने के बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों द्वारा दी गई सुरक्षा के तरीके को स्वीकार कर लिया है।
सुरक्षा में ये बदलाव
अगर केजरीवाल ओपन गाड़ी में रोड शो करते हैं तो उनकी जीप में उनके आगे और उनके पीछे दिल्ली पुलिस सिक्यॉरिटी यूनिट के दो-दो जवान रहेंगे। इतना ही नहीं चार जवान गाड़ी के पीछे, छह जवान गाड़ी के दोनों साइड और चार जवान गाड़ी के आगे-आगे घेरा बनाकर चलेंगे। इनके अलावा, एक या दो कमांडो भी वर्दी में तैनात किए गए हैं।
केजरीवाल के साथ होंगे गिने-चुने लोग
केजरीवाल ने इस बात की भी रजामंदी दी है कि रोड शो के दौरान जीप में उनके साथ कम ही लोग होंगे। इन गिने-चुने लोगों में एक वह उम्मीदवार होगा जिनके लिए वह प्रचार कर रहे होंगे और दूसरा उस इलाके का विधायक इसके अलावा कोई एक अन्य ही गाड़ी पर चढ़ सकेगा और यह सीएम के ऊपर होगा कि तीसरा शख्स कौन होगा। वहीं सिक्योरिटी इस बात का ध्यान रखेगी कि केजरीवाल गाड़ी से न उतरें पर अगर वे पैदल चल कर प्रचार करते हैं तो इसके लिए उन्हें टू-टियर सिक्यॉरिटी कवर दिया जाएगा, यानी करीब 20 जवान उनके चारों ओर घेरा बनाकर साए की तरह साथ रहेंगे ताकि उन तक कोई पहुंच न पाए।
गाड़ी की होगी पूरी जांच
केजरीवाल जिस गाड़ी में चढ़ेंगे उसकी भी पहले पूरी तरह से जांच की जाएंगी कि कहीं इसमें कोई विस्फोटक साम्रगी या हथियार आदि न हों। इसके साथ ही अगर केजरीवाल खुले में लोगों से चर्चा करते हैं तो वहां मौजूद ऊंची-ऊंची बिल्डिगों पर एके-47 लिए जवान तैनात होंगे। सीएम जिस भी इलाके में प्रचार करेंगे वहां के रेंज के जॉइंट पुलिस कमिश्नर, जिला डीसीपी, सब-डिविजन के एसीपी और संबंधित थानों के तमाम एसएचओ भी मीटिंग करके इंतजामों की तैयारियां सुनिश्चित करेंगे।