Skoda का Kylaq के साथ 3% बाजार हिस्सेदारी और 8 हजार मासिक बिक्री का लक्ष्य
punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2024 - 01:42 PM (IST)
ऑटो डेस्क. स्कोडा ऑटो इंडिया 25 वर्षों से भारतीय ऑटो बाजार में सक्रिय है। अब अपने नए कॉम्पैक्ट स्पोर्ट यूटिलिटी वाहन (SUV) Skoda Kylaq के साथ भारतीय बाजार में बड़ी सफलता की उम्मीद कर रही है। कंपनी का लक्ष्य अब 3 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी और बेहतर लाभप्रदता प्राप्त करना है। Skoda Kylaq की बुकिंग सोमवार से शुरू हो गई है और इसकी डिलीवरी जनवरी से शुरू होगी। स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पेट्र जेनेबा के मुताबिक, कंपनी Kylaq के लिए 8,000 इकाइयों की मासिक बिक्री का लक्ष्य रख रही है। इसकी कीमत 7.89 लाख रुपए एक्स-शोरूम से शुरू होती है और इसमें 96 प्रतिशत स्थानीयकरण किया गया है।
Kylaq के लिए स्कोडा की बड़ी उम्मीदें
स्कोडा की वर्तमान क्षमता के अनुसार, वह सालाना 100,000 Kylaq बनाने में सक्षम है। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि 2026 तक वह सालाना 80,000 यूनिट्स बेच सकेगी। जेनेबा ने बताया कि 2025 के शुरूआत तक इस लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है, क्योंकि कंपनी अपने नेटवर्क में भारी निवेश कर रही है। इसके तहत 100 अतिरिक्त टचपॉइंट्स जोड़े जाएंगे, जिसमें टियर-2 और टियर-3 शहरों को भी शामिल किया जाएगा।
जेनेबा ने कहा- "हमारा लक्ष्य Kylaq के लिए 60,000 से 100,000 यूनिट्स के बीच वॉल्यूम का है। अगर हम अगले साल 80,000 यूनिट्स तक पहुंचते हैं, तो हमारे अन्य मॉडलों की बिक्री के साथ हम भारत में स्कोडा के वॉल्यूम को तीन गुना कर देंगे।"
उच्च रखरखाव लागत की चिंता को किया दूर
स्कोडा ने भारत में एक आम चिंता को दूर करने के लिए Kylaq के लिए कम रखरखाव की लागत का प्रस्ताव रखा है। कंपनी ने घोषणा की है कि Kylaq के लिए पांच साल की अवधि में तीन साल की निःशुल्क सेवा शामिल है। रखरखाव की दर केवल 24 पैसे प्रति किलोमीटर होगी। जबकि इसके प्रतिस्पर्धियों की रखरखाव लागत 45-50 पैसे प्रति किलोमीटर के बीच होती है। यह ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है, क्योंकि भारत में रखरखाव की उच्च लागत अक्सर कारों की खरीदारी में एक बड़ी बाधा बनती है।
स्कोडा का भारत पर फोकस
Kylaq के साथ स्कोडा ऑटो इंडिया नई रणनीति पर काम कर रही है, जिसमें वह भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की योजना बना रही है। Kylaq को स्कोडा का "गेम-चेंजर" मॉडल माना जा रहा है, जो कंपनी के अन्य मॉडल्स की लाभप्रदता का समर्थन करेगा और कुल वॉल्यूम में वृद्धि करेगा।
स्कोडा के लिए भारत को एक मुख्य विनिर्माण केंद्र के रूप में उपयोग करने का भी महत्व है। स्कोडा ने घोषणा की है कि वह Kylaq के राइट-हैंड-ड्राइव मॉडल का निर्यात नहीं करेगी जब तक कि घरेलू बाजार में इसकी पूरी मांग न पूरी हो जाए। निर्यात सितंबर 2025 से पहले शुरू होने की उम्मीद है।
भविष्य में निवेश की योजना
स्कोडा ने स्पष्ट किया कि वह अपनी अतिरिक्त आय को नए उत्पादों के विकास में निवेश करेगी। कंपनी ने कहा कि वह लाभ का अत्यधिक लक्ष्य नहीं कर रही है, बल्कि भविष्य के लिए निवेश करना चाहती है। इससे यह साबित होता है कि स्कोडा भारत में एक लंबी अवधि के लिए अपने व्यापार को विस्तार देने के लिए तैयार है।