छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम ने बॉक्सिंग से लिया संन्यास,बोलीं- अंतरराष्ट्रीय नियम मुझे आगे खेलने की परमिशन नहीं देते

Thursday, Jan 25, 2024 - 07:36 AM (IST)

नेशनल डेस्कः ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम अब नहीं खेलेंगी। उन्होंने अब मुक्केबाजी से सन्यास ले लिया है। खुद मैरी कॉम ने सन्यास का एलान किया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मैरीकॉम अब 41 वर्ष की हो चुकी हैं और अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) पुरुष और महिला मुक्केबाजों को केवल 40 वर्ष की आयु तक ही प्रतियोगिता में लड़ने की अनुमति देता है। 

एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विशिष्ट खेलों में लड़ने और जीतने के लिए मुझमें अभी भी भूख है। मैं और खेलना चाहती हूं। लेकिन उम्र के कारण मुझे खेलने नहीं दिया जा रहा है। मैं मजबूर हूं। यह दुर्भाग्य है। इसी वजह से मुझे सन्यास का फैसला करना पड़ रहा है। हालांकि, शुक्र है कि मैंने अपने करियर में सब कुछ हासिल कर लिया है।

2012 में लंदन ओलंपिक में 51 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर मैरी कॉम महिला मुक्केबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनीं। खेलों में पदक जीतने से पहले, वह पहले से ही 5 बार विश्व चैंपियन थीं।

छह बार की विश्व चैंपियन, मैरी कॉम ने आखिरी बार उच्चतम स्तर पर 2021 में एशियाई चैंपियनशिप में एक रजत पदक जीता था। मैरी ने 8 विश्व चैम्पियनशिप पदक, 7 एशियाई चैम्पियनशिप पदक, 2 एशियाई खेल पदक और एक राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक जीता है।

मैरी कॉम ने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया। महिला फ्लाईवेट वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में इंग्रिट वालेंसिया से हार गईं। इस महान मुक्केबाज के नाम किसी भी पुरुष या महिला मुक्केबाज द्वारा सर्वाधिक विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने का रिकॉर्ड है।

Pardeep

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