कश्मीर में बातचीत के लिए सही नहीं है हालात : हुरिर्यत

Wednesday, Aug 30, 2017 - 02:38 PM (IST)

श्रीनगर: अलगाववादी नेता मीरवायज ने केन्द्र से वार्ता को इन्कार करते हुए कहा कि कश्मीर में जो मौजूदा हालात हैं वो बातचीत के लिए उचित नहीं हैं। उन्होंने मांग की है कि हुरिर्यत नेताओं पर पाबंदी बंद होनी चाहिए  और अगर दिल्ली को बात करनी है तो पहले कश्मीर के हालात साजगार बनाए। ऑल पार्टी हुरिर्यत कान्फ्रेंस के नरमपंथी गुट के नेता मीरवायज उमर फारूक ने कहा कि कश्मीर में जो हालात हैं उनमें बात नहीं हो सकती है। हुरिर्यत ने कभी भी बात से अपने कदम पीछे नहीं खींचे हैं पर बातचीत के लिए माहौल भी अनुकूल होना चाहिए। मीरवायज ने कहा कि वह केन्द्र से इस मुद्दे पर बात कर चुके हैं पर दिल्ली का रवैया हमेशा ही नकारात्मक रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र को अगर वार्ता  करनी है तो पहले कश्मीर में उसके लिए माहौल बनाना होगा और फिर बात होगी।


जम्मू कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट के चेयरमैन जफर अकबर लोन ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने कहा कि 17 साल पहले भी माजिद डार संग नई दिल्ली में बात की गई थी पर नई दिल्ली का रवैया तब भी नकारात्मक रहा और आज भी वैसा ही है। उन्होंने कहा कि सब चाहते हैं कि कश्मीर में शांति हो औश्र वो तभी संभव है जब कश्मीर मसले का हल हो। कश्मीर में हुरिर्यत नेताओं पर पाबंदी है। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने नहीं दिया जाता है और उन्हें प्रताडि़त किया जाता है। तो फिर ऐसे माहौल में बात कैसे होगी।
वहीं कट्टरपंथी नेता के महासचिव गुलाम नवी सुमजी ने कहा कि असल में नई दिल्ली बात करना ही नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि गिलानी ने कभी बात से इन्कार नहीं किया है लेकिन केन्द्र ने कभी माहौल बनाया ही नहीं है। नेता घरों में नजरबंद हैं और जेलों में बंद हैं।एनआईए हुरिर्यत नेताओं को परेशान कर रही है। नई दिल्ली अगर वाकई में बात करनी चाहती है तो उसे माहौल बनाना होगा।

 

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