भारत-पाक विभाजन में जिन्ना से ज्यादा था इस शख्स का हाथ

Saturday, Nov 03, 2018 - 05:49 PM (IST)

इस्लामाबादः भारत में आम लोग यही मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान का बंटवारा मोहम्मद अली जिन्ना के कारण हुआ लेकिन सच कुछ और है। इस बंटवारे में मोहम्मद अली जिन्ना से ज्यादा सर सुल्तान मोहम्मद शाह आगा III का हाथ था । आजादी के वक्त जिन्ना जिस मुस्लिम लीग का नेतृत्व कर रहे थे, उसने मुस्लिमों के अलग देश के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी और कई लोग इस लड़ाई में शामिल थे। 2 नवंबर 1877 को जन्मे सुल्तान मोहम्मद शाह आगा  मुस्लिमों के इस्माइली समूह के 48वें इमाम थे । पाकिस्तान में आज उनका परिचय दुनिया के सबसे ज्यादा दूरदर्शी और प्रभावशाली लोगों में दिया जाता है।

इसका कारण है कि उन्होंने दुनिया भर के मुसलमानों के हितों के लिए जीवनभर प्रयास किया था।इसके अलावा वे 1937 में संयुक्त राष्ट्र सभा के पूर्व रूप लीग ऑफ नेशन्स के चेयरमैन बने थे। वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले मुस्लिम थे। यह उन्ही के प्रयासों का नतीजा बताया जाता है कि उस दौर में तुर्की, ईराक, अफगानिस्तान और मिस्त्र जैसे मुस्लिम देशों को भी विश्व के इस सबसे बड़े संगठन की सदस्यता मिल सकी थी।

ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के अध्यक्ष के तौर पर पाकिस्तान की स्थापना में भी उनका बहुत योगदान रहा था।मुस्लिम लीग की स्थापना में उनका योगदान बहुत अहम था। 1906 की गर्मियों के दौरान जब वायसराय शिमला में थे तो वे अपने एक प्रतिनिधि मंडल के साथ उनके पास पहुंचे और भारत में मुस्लिमों की रक्षा के लिए एक राजनीतिक समूह की स्थापना की बात की। यह समूह ब्रिटिश सरकार के साथ मिलकर मुस्लिमों के हितों की रक्षा के लिए काम करने वाला था।

उनके साथ नवाब मोहसिन उल मुल्क और नवाब वकार उल मुल्क जैसे सम्मानित मुस्लिम नेता भी इस प्रतिनिधिमंडल में थे। मुस्लिम लीग की इसी बैठक के बाद स्थापना हुई और पाकिस्तान की नींव पड़नी तय हो गई। उनके नाम से ट्रस्ट भी स्थापित किया गया है, जो दुनिया के तमाम हिस्सों में शिक्षा और ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण के लिए काम करता है। कुछ साल पहले आगा खां ट्रस्ट ने ही दिल्ली में हुमायूं के मकबरे का नवीनीकरण करवाया है।

Tanuja

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