SIP Investment: ₹39,000 के निवेश से 10 साल में ₹1 करोड़ का फंड तैयार...समझें पूरी कैलकुलेशन

punjabkesari.in Saturday, Mar 29, 2025 - 02:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल म्यूचुअल फंड के सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। यह एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप छोटे-छोटे निवेशों से लंबी अवधि में अच्छा खासा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। SIP की खासियत यह है कि यह बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है, लेकिन अगर सही तरीके से किया जाए तो यह आपके निवेश को कई गुना बढ़ा सकता है। तो, क्या आप भी जानना चाहते हैं कि आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर करोड़ों का फंड कैसे तैयार कर सकते हैं? आइए जानते हैं।

क्या है SIP? 

SIP, यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, एक आसान तरीका है जिससे आप म्यूचुअल फंड्स में छोटे-छोटे हिस्सों में पैसा निवेश कर सकते हैं। SIP आपको हर महीने एक तय राशि निवेश करने का विकल्प देता है, और आप अपनी निवेश राशि और तारीख को अपनी सुविधानुसार तय कर सकते हैं। इसका मुख्य लाभ यह है कि आप नियमित रूप से कम से कम राशि निवेश करके भी बड़ा फंड बना सकते हैं।

हालांकि, कुछ लोग SIP को रिस्की मानते हैं, लेकिन अगर सही तरीके से इसे किया जाए तो यह आपको लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सकता है। इसमें निवेश की गई राशि पर ब्याज दरें शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करती हैं।

SIP से करोड़ों का फंड कैसे बनाएं?

अब सवाल यह है कि SIP के जरिए कितने पैसे निवेश करने होंगे ताकि आप 10 साल बाद करोड़ों रुपये बना सकें? आइए इसे समझते हैं:

12% रिटर्न के हिसाब से निवेश

अगर आपको SIP में 12% का रिटर्न मिलता है, तो इसके लिए आपको हर महीने ₹45,000 की निवेश राशि रखनी होगी। इस निवेश के बाद, 10 साल में आप ₹1 करोड़ का फंड तैयार कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस दौरान बाजार के उतार-चढ़ाव और टैक्स कटौती से रिटर्न प्रभावित हो सकता है।

15% रिटर्न के हिसाब से निवेश

अगर आपको 15% का रिटर्न मिलता है, तो आपको हर महीने ₹39,000 निवेश करने होंगे। इससे भी आप 10 साल के अंदर ₹1 करोड़ का फंड बना सकते हैं। हालांकि, इस मामले में भी टैक्स और बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखना जरूरी है।

SIP में निवेश करने का सही तरीका

SIP में निवेश करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से इनकी ब्याज दरें प्रभावित होती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हमेशा एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाना चाहिए, यानी जोखिम और सुरक्षित निवेश के बीच संतुलन रखना चाहिए।

आपके पास कई सुरक्षित निवेश विकल्प भी हो सकते हैं जैसे कि पोस्ट ऑफिस स्कीम, सरकारी योजनाएं, एफडी आदि। यदि आप जोखिम कम करना चाहते हैं, तो आप डेब्ट म्यूचुअल फंड्स या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स को चुन सकते हैं।

क्यों SIP है एक बेहतरीन निवेश विकल्प?

SIP एक लचीला और कम जोखिम वाला निवेश तरीका है, जहां आप अपनी सुविधानुसार निवेश कर सकते हैं और समय के साथ बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। इसके अलावा, इसमें बाजार के उतार-चढ़ाव को भी भली-भांति मैनेज किया जा सकता है, जिससे लंबी अवधि में इसका फायदा मिल सकता है।

 

 

 

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Content Writer

Anu Malhotra

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