VIDEO: सिख लड़की के जबरन निकाह मामले में पाक बोल रहा झूठ, परिवार को नहीं सौंपी पीड़िता
Saturday, Aug 31, 2019 - 12:40 PM (IST)
इस्लामाबादः पाकिस्तान में सिख लड़की को अगवा कर जबरन मुस्लिम युवक से निकाह कराने के मामले में नाटकीय मोड़ आ गया है। इस मामले में भी पाक का झूठ बेकाब हो गया है। एक तरफ पाक में कथित तौर पर ये कहा जा रह अगवा हुई सिख लड़की को अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा परिजनों को सौंप दिया गया है और दूसरी तरफ दिल्ली शिरोमणि अकाली दल के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक वीडियो जारी कर बताया कि पाकिस्तान की पुलिस झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा कि अभी लड़की को परिजनों को नहीं सौंपा गया है। सिरसा ने सिखों को अपील की कि वे पाक की झूठी प्रैस कांफ्रैंस का बहिष्कार करें व लड़की को मुक्त करवाने का प्रयास करें ।
I request Sikh Opinion Leaders Taking part in International Sikh Convention at Lahore to boycott this Convention until Jagjit Kaur is returned to her parents
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) August 31, 2019
We all must stand united to ensure freedom of religion for our Sikh brothers in Pakistan pic.twitter.com/fW9mJjlu2V
इस बीच लड़की के भाई सविंद्र सिंह ने एक वीडियो शेयर कर बताया कि उनकी बहन को उनके हवाले नहीं किया गया है। इस मामले में पाकिस्ताम झूठा प्रचार कर रहा है। भी कुछ देर पहले इस मामले में खबरें आ रहीं थी कि भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच पंजाब पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए लड़की को मुक्त करा उसे उसके परिजनों को सौंप दिया है व पाक के पंजाब प्रांत की ननकाना साहिब में हुए इस घटनाक्रम में ननकाना साहिब पुलिस ने इस सिलसिले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
#Breaking #SikhGirl ; Sawinder Singh brother of #JagjitKaur claimed that government has not returned Jagjit Kaur to them . pic.twitter.com/Dc7DOw9aJk
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ راویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) August 31, 2019
दुनियाभर के सिख लोगों ने जताया गहरा रोष
इस घटना को लेकर दुनियाभर में रह रहे सिख समुदाय के लोगों ने गहरा रोष जताया था। पीड़ित परिवार ने जहां पंजाब में गवर्नर हाउस के सामने आत्मदाह करने की धमकी दी थी, वहीं भारत में भी यह मुद्दा जोर-शोर से उठा था। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से जल्द से जल्द अपहृत लड़की को मुक्त कराने के लिए कहा, वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने इसे गिरी हुई हरकत करार देते हुए पाकिस्तान पर हमला बोला।चौतरफा दबाव के बीच पुलिस ने पीड़ित लड़की को बरामद कर लिया गया है और उसे उसके घर भेज दिया है।
पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी हुआ कड़ा विरोध
गुरुवार को यह मामला सामने आने के बाद पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी इसका कड़ा विरोध हो रहा था। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात की और तुरंत कदम उठाने की मांग की। लड़की के पिता ननकाना साहिब के गुरुद्वारा तंबू साहिब में मुख्य ग्रंथी हैं। उन्होंने पुलिस में शिकायत दी थी कि 27 अगस्त की रात हथियारबंद लोगों ने घर में घुसकर 19 साल की बेटी जगजीत कौर को अगवा किया और जबरन मुस्लिम युवक से निकाह करवा दिया। पीड़िता के परिवार ने प्रधानमंत्री इमरान खान से मदद की गुहार लगाई थी।
आरोपियों ने लड़की के निकाह का वीडियो शेयर किया
लड़की के पिता का आरोप है कि उन्हें शिकायत वापस नहीं लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी मिली है। अगले ही दिन दूसरे (लड़के के) पक्ष ने एक वीडियो वायरल किया, जिसमें दावा किया गया है कि उस लड़की ने अपना धर्म बदल कर मुस्लिम लड़के के साथ निकाह किया है। वीडियो में लड़की को 3 बार 'कबूल है' कहते दिखाया गया।
पाकिस्तान में सिख समुदाय की लड़कियां खतरे में
इस घटना के बाद पाकिस्तान की इमरान सरकार पर भारी दबाव था। एक तरफ पाकिस्तान की सरकार करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है और खुद को सिखों की हितैषी साबित करने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान सिख काउंसिल के एक सदस्य ने आरोप लगाया कि यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सिख समुदाय की लड़कियों का पीछा किया जाता है और इसके पीछे पूरा गैंग है। इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के विधायक मानजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को लड़की के परिजन का वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा, ‘‘पाकिस्तान के सिख इमरान खान से मदद मांग रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से अपील करता हूं कि लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएं। पाकिस्तान में सिख धर्म पर खतरा मंडरा रहा है, इसलिए यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया जाना चाहिए।’’ इस घटना को लेकर भारी विरोध के बीच कनाडा से सरदार गुरचरण सिंह ने भी लाहौर में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी दी थी।