राफेल मुद्दे पर सिद्धू के विवादित बोल, चौकीदार का कुत्ता भी चोर से मिल गया
punjabkesari.in Saturday, Dec 01, 2018 - 09:51 PM (IST)
नेशनल डेस्कः राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। शनिवार को कांग्रेस के स्टार प्रचारक और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने बयान के चलते विवाद में हैं। राजस्थान के अलवर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने राफेल विमान का मुद्दा उठाया और पूछा कि 500 करोड़ का प्लेन 1600 करोड़ में? उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि 1100 करोड़ किसकी जेब में डाला, अंदर की बात किसके लिए थी? चौकीदार का कुत्ता भी चोर से मिल गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने किया बचाव
सिद्धू के इस विवादित बयान का कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने बचाव करते हुए कहा कि सार्वजनिक संवाद के स्तर को पीएम मोदी ने गिराया है। पीएम को सोचना पड़ेगा कि आप कैसा संवाद चाहते हैं। खैरथल में नवजोत सिंह सिद्धू ने पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्रियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन जापान से लेकर आए। सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति चीन से लेकर आए और यहां के लोग सिर्फ पकौडे़ बनाएंगे।
बादल ने बताया था पाकिस्तानी एजेंट
सिद्धू ने कहा कि यह जंग किसान की जंग है। वसुंधरा की नीतियों ने राजस्थान को सबसे पिछड़े इलाके का खिताब दिला दिया है। सरकार 78 लाख टन में से केवल 4 लाख टन अनाज उठा पाई है। बिजली-पानी के रेट बढ़ गए और महरानी महलों में बैठकर राज कर रही हैं। बता दें कि इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पाकिस्तान यात्रा को लेकर विवादों में आ गए थे। वहां पर उनकी तस्वीर खालिस्तानी उग्रवादी और हाफिज सईद के करीबी गोपाल सिंह चावला के साथ सामने आई थी। इसके बाद मोदी सरकार की मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने उन्हें पाकिस्तानी एजेंट बताया था। इस यात्रा पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सवाल उठाया था और उन्हें वहां जाने से मना किया था।
10 साथी मंत्रियों ने की इस्तीफे की मांग
बीते शुक्रवार को सिद्धू ने कहा था कि वह अपने कैप्टन राहुल गांधी के कहने पर पाकिस्तान गए थे। हालांकि, शनिवार को वह अपने बयान से पलट गए और उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के बुलावे पर पाकिस्तान गए थे। सिद्धू के कैप्टन वाले बयान से नाराज उनके साथी मंत्रियों ने इस्तीफे की मांग की है।