करना हैं साइबेरिया, चीन व अफगानिस्तान बर्ड्स का दीदार तो अपनाएं सुखना लेक का रुख

punjabkesari.in Thursday, Dec 15, 2016 - 09:58 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय): इन दिनों अगर आपने साइबेरिया, चीन और अफगानिस्तान के पक्षियों का दीदार करना है तो आपको सुखना लेक का रुख करना होगा। इन दिनों लेक में सैंकड़ों की तादाद में माइग्रेटरी बर्ड्स का जमावड़ा लगा है। बर्ड फ्लू की आशंका खत्म होने के बाद और बर्ड्स को नजदीक से देखने के लिए यू.टी. के डिपार्टमैंट ऑफ फॉरैस्ट एंड वाइल्ड लाइफ ने बुधवार से सप्ताह तक चलने वाली ‘माइग्रेटरी बर्ड वाचिंग ट्रिप’ की शुरूआत कर दी। पहले दिन प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए खुद सैक्रेटरी एन्वायरनमैंट एंड फॉरैस्ट अनुराग अग्रवाल भी लेक पहुंचे। उन्होंने गवर्नमैंट मॉडल हाई स्कूल सैक्टर-34 और गवर्नमैंट मिडल स्कूल सैक्टर-33 के लगभग 100 स्टूडैंट्स के साथ माइग्रेटरी बर्ड्स के बारे में जानकारी हासिल की। एन.जी.ओ. युवसत्ता की मदद से शुरू किए गए इस इवैंट के दौरान गृह सचिव अनुराग अग्रवाल ने कहा कि एक ही जगह इतनी अधिक प्रजाती वाली बर्ड्स को देखना खुद में अनोखा अनुभव है। खासकर स्टूडैंट्स को जैसे जागरूक किया जा रहा है वह काफी सराहनीय है, क्योंकि बर्ड्स हमारे ईको सिस्टम को बैलेंस्ड रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।                        

 

अप्रैल तक ठहरेंगे परिंदे
चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरैस्ट संतोष कुमार ने बताया कि सुखना लेक में बर्ड्स के आने का सिलसिला नवम्बर से शुरू हो गया था। लेक में ये बर्ड्स अप्रैल तक रुकेंगे। उन्होंने कहा कि ये बर्ड्स काफी संवेदनशील होती हैं। इसलिए डिपार्टमैंट को उनके हिसाब से ही तैयारियां करनी पड़ीं। उन्होंने स्टूडैंट्स को विभिन्न बर्ड्स के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरैस्ट बिरेंद्र चौधरी भी मौजूद थे। फॉरैस्ट डिपार्टमैंट के अधिकारियों के अनुसार दिसम्बर अंत तक सभी प्रवासी पक्षी लेक में पहुंच जाएंगे। 

 

लेक में मौजूद हैं ये माइग्रेटरी बर्ड्स 
ब्रह्मणी डक, कॉमन पोचार्ड, रैड-क्रस्टिड पोचार्ड, ग्रेबेस, गीज, शेल डक्स, मार्श डक्स, डाइविंग डक्स, रेल्स, कूट्स, हिल किंगफिशर, मलार्ड, पिनटेल, कोर्मोरैंट्स, साइबेरियन डक्स, क्रेंस, स्टोक्र्स और सैंडपाइपर्स।


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