श्रीमद् भागवत भगवान का वाणीमय स्वरूप है: स्वामी मधुसूदन महाराज

Monday, Feb 05, 2018 - 11:06 AM (IST)

जालंधर, (पांडे): श्रीमद् भागवत भगवान श्री कृष्ण का वाणीमय स्वरूप है। श्रीमद् भागवत की सेवा करने से भगवान की सीधी सेवा है। उक्त शब्द गौडीयाज भक्तवृन्द जालंधर की ओर से श्री सत्य नारायण मन्दिर एस.डी. कालेज रोड मोहल्ला गोबिन्दगढ़ में 4 से 10 फरवरी तक सायं 7 से 10 बजे तक हो रहे श्री हरिनाम संकीर्तन सम्मेलन के दौरान प्रथम दिन कथा व्यास त्रिदण्डी स्वामी भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज के प्रियतम शिष्य भक्ति प्रसुन्न मधुसूदन महाराज ने कहे। 


उन्होंने कहा कि जब वेद व्यास को 18 पुराणों को लिखने के उपरान्त शान्ति नहीं मिली तब उन्होंने अपने गुरु नारद जी को याद किया और कहा कि मुझे कोई उपाय बताएं जिससे मुझे शान्ति मिल सके। तब नारद जी ने उन्हें बताया कि जगत को भगवान की भक्ति करके भगवान की सेवा मिल सके, इस भाव को जगत में प्रकाशित करें। उन्होंने कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत में पांच भावों में सेवा का वर्णन है। शान्त भाव, दास्य भाव, साभ्य भाव, वात्सल्य भाव, मधुर भाव इन पांच भावों के स्वरूप ही भागवत है। 


उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत नित्य स्मरणीय है। यह कोई साप्ताहिक अनुष्ठान नहीं है। जिसके घर में नित्य श्रीमद् भागवत का पाठ होता है तथा भगवान की सेवा-पूजा होती है वहां पर भगवान स्वयं ही कृपा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सत्संग में बच्चों को साथ ले जाना चाहिए ताकि उनमें भगवान की सेवा करने की भावना उत्पन्न हो सके और वे भक्तिमार्ग पर चल सकें। इस मौके पर भक्ति किंक्कर दामोदर महाराज, भक्ति प्रसाद जनार्दन महाराज हमीरपुर, सुदामा प्रभु, कृष्ण रंजन सहित बलजीत बल्ली, विक्की गुप्ता, पवन वारने, विभु प्रसाद, राघव, धीरज, गोपी, त्रिविक्रम दास, गोलकनाथ, धीर कृष्ण, धीरज सेठी, दीपक, सागर, यांकिल, हनी, संजय कालिया, साहिल, जतिन्द्र, हरिबल्लभ, मदन मोहन दास, नित्या गोपाल, संदीप गुप्ता, जतिन्द्र, साहिल, हनी खुराना, मुकेश ग्रोवर, हैप्पी, कन्हैया, गौरव, पंकज नैयर, रीशु ठुकराल, राकेश, गोविन्द सुन्दर, रोहित शर्मा, गौरव उप्पल, तापस गुप्ता, अर्जुन पप्पी सहित भारी संख्या में भक्तजन शामिल हुए।

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