मंदसौर हिंसा पर मरहम लगाने पहुंचे शिवराज, मृतक किसान के परिवार को दिया 1 करोड़

Wednesday, Jun 14, 2017 - 04:13 PM (IST)

भोपालः मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज बड़वन गांव पहुंचे जहां उन्होंने किसानों के परिवार से मुलाकात की। किसानों के परिजनों से मिलकर शिवराज भावुक हो गए और गले लगाकर उन्हें सांत्वना दी। चौहान विशेष विमान से मंदसौर पहुंचे, उनके साथ उनकी पत्नी साधना भी थीं। वहां पहुंचने के बाद चौहान जिले के बडवन गांव में गए और 6 जून को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए किसान घनश्याम धाकड़ के परिजन से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।

परिजनों को 1 करोड़ की घोषणा
मुख्यमंत्री ने किसान घनश्याम धाकड़ के परिजन को एक करोड़ रुपए के मुआवजे का एक चेक दिया। चौहान ने मंदसौर जिले के पिपलियामंडी में किसान आंदोलन के दौरान 6 जून को मारे गए पांच किसानों के परिजनों को एकएक करोड़ रुपए देने का वादा किया था। उन्होंने मृतकों के परिजनों को यह भी आश्वासन दिया कि इस गोलीकांड में जिस किसी ने भी उनके प्रियजनों की हत्या की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चौहान इस गोलीकांड में मारे गए अन्य किसानों के परिजनों से भेंट करने के लिए आज लोध, नयाखेडा, पिपलियामंडी, बरखेडा पंथ और बूढा गांव भी जाएंगे।

शिवराज के दौरे पर 5 अस्थायी हेलीपैड
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के इस दौरे के लिए व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं और विभिन्न स्थानों पर पांच अस्थायी हेलीपैड बनाए गए हैं, ताकि वे बिना रोक-टोक के मृतकों के परिजनों से मिल सकें।


3 किसान कर चुके हैं खुदकुशी
मध्य प्रदेश में अभी तक 3 किसानों ने खुदकुशी कर ली है। इन किसानों में विदिशा के शम्साबाद में हरि सिंह जाटव, होशंगाबाद जिले के सियोनी मालवा गांव के किसान किसान माखनलाल और रेहटी तहसील में आने वाले ग्राम जाजना के एक किसान ने छह लाख रुपए के कर्ज से तंग आकर जहर खाकर मौत को गले लगा लिया था।

72 घंटे के सत्याग्रह पर बैठे ज्योरादित्य
कांग्रेस नेता ज्योरादित्य सिंधिया ने किसानों के समर्थन में दोपहर भोपाल शहर के टीटी नगर दशहरा मैदान में 72 घंटे का सत्याग्रह शुरू किया। वहीं मंगलवार को सिंधिया को जावरा में गिरफ्तार किया गया था, वे किसानों से मिलने मंदसौर जा रहे थे। मंदसौर में एंट्री न मिलने पर ज्योतिरादित्य ने कहा कि राज्य में हिटलरशाही का दौर चल रहा है। सिंधिया ने कहा कि सीएम शिवराज भी तो बुधवार को यहां आएंगे फिर प्रशासन उन्हें क्यों नहीं रोक रहा है? वहीं इससे पहले गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल मंगलवार को मध्यप्रदेश के नीमच पहुंचे थे। यहां से हार्दिक मंदसौर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पहले ही उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे रिहा कर दिया। किसानों पर गोलीबारी की घटना के बाद हार्दिक पेटल ने शिवराज सिंह सरकार की आलोचना की थी।

शिवराज ने भी किया था उपवास
राज्य में शांति बहाली के मकसद से शिवराज बीते शनिवार 10 जून को उपवास पर बैठे थे, उन्होंने लगभग 27 घंटे के बाद अपना उपवास तोड़ा था। उन्होंने कहा था कि हिंसा के लिए किसान जिम्मेदार नहीं हैं बल्कि कांग्रेस साजिश रच रही है।

ये है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में दो जून से किसान आंदोलन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के किसानों की मांग है कि उन्हें उनकी फसलों की सही कीमत मिले और कर्जमाफी हो। प्रदर्शन कर रहे किसानों पर 6 जून को मंदसौर में पुलिस ने फायरिंग कर दी थी। पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई थी जिसके बाद किसानों के आंदोलन ने और उग्र रूप ले लिया।

 

Advertising