PMC बैंक घोटाला: ED के सामने आज पेश नहीं होगी संजय राउत की पत्नी, मांगा और समय
punjabkesari.in Tuesday, Dec 29, 2020 - 11:23 AM (IST)
नेशनल डेस्क: शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने से मना कर दिया। उन्होंने ईडी से 5 जनवरी तक का समय मांगा है। दरअसल पीएमसी बैंक घोटाला मामले में वर्षा राउत को समन जारी कर 29 दिंसबर को पेश होने काे कहा गया था। इससे पहले भी वह स्वास्थ्य का हवाला देते हुए एजेंसी के सामने पेश होने से मना कर चुकी हैं।
संजय राउत ने ईडी पर लगाया था आरोप
संजय राउत ने सोमवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का ‘‘इस्तेमाल' कर रही हैं। राउत ने कहा था कि भाजपा के कुछ नेता पिछले एक साल से मुझसे संपर्क कर कह रहे हैं कि उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने के लिए सारे इंतजाम कर लिए हैं। सरकार का समर्थन नहीं करने के लिए वे मुझपर दबाव बना रहे हैं और धमका रहे हैं।
धनशोधन मामले में वर्षा राउत को मिला था समन
अधिकारियों ने बताया था कि प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पीएमसी बैंक धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए 29 दिसंबर को तलब किया था। तीसरी बार उनको तलब किया गया है इससे पहले दो मौके पर उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देकर आने से इनकार कर दिया था। राउत ने कहा कि वह बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक हैं और भाजपा नेताओं की ‘‘पोल'' खोलेंगे। उन्होंने कहा कि उन सबको नीरव मोदी और विजय माल्या की तरह देश छोड़कर भागना पड़ेगा। उन्होंने यह भी दावा किया था कि उनके पास भाजपा के 120 नेताओं की सूची है जिनके खिलाफ धन शोधन मामले में ईडी को जांच करनी चाहिए। राउत ने कहा कि मेरी पत्नी शिक्षिका हैं, भाजपा के नेताओं की तरह हमारी संपत्ति बढ़कर 1600 करोड़ रुपये नहीं हो गयी है।
शिवसेना सांसद ने दी थी पत्नी के आरोपों पर सफाई
शिवसेना सांसद ने अपनी पत्नी पर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था कि मेरी पत्नी ने 10 साल पहले एक मकान खरीदने के लिए एक दोस्त से 50 लाख रुपये का कर्ज लिया था। उस संबंध में पिछले डेढ़ महीने से प्रवर्तन निदेशालय के साथ लगातार पत्र-व्यवहार हुआ है। पत्र-व्यवहार के दौरान इस कर्ज राशि को लेकर सभी विवरण ईडी को मुहैया करा दिए गए थे। उन्होंने कहा कि हम मध्यवर्गीय परिवार से हैं। मेरी पत्नी ने मकान खरीदने के लिए 10 साल पहले एक दोस्त से कर्ज लिया था। विवरण आयकर विभाग को दिए गए थे और राज्यसभा चुनाव के लिए शपथपत्र में भी मैंने इसका जिक्र किया। दस साल बाद ईडी की नींद खुली है।