विधायकों की खरीद-फरोख्त के डर से बौखलाई शिवसेना, बोले- हम भी तलवार लेकर खड़े हैं

Thursday, Nov 07, 2019 - 10:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर राजनीति चरम पर है। लंबे वक्त से साथ रहने वाली शिवसेना और बीजेपी  में टकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही दोनों ही पार्टी मुख्यमंत्री पद को लेकर अड़ी हुई हैं। हालांकि इस बीच शिवसेना को अपने विधायकों के बीजेपी में शामिल न हो जाने का भी डर सता रहा है, जिसे लेकर वह और भी आक्रमक हो गई है। 

शिवसेना ने अपने मुख्य पत्र सामना में भाजपा का नाम लिए बिना लिखा कि कुछ लोग नये विधायकों से संपर्क कर थैली की भाषा बोल रहे हैं। राज्य में मूल्य विहीन राजनीति वो नहीं चलने देगी इसके लिए शिवसैनिक तलवार लेकर खड़े हैं। पार्टी ने लिखा कि पिछली सत्ता का उपयोग अगली सत्ता के लिए ‘थैलियां’ बांटने में हो रहा है।   पर किसानों के हाथ कोई दमड़ी भी रखने को तैयार नहीं है। इसीलिए महाराष्ट्र के किसानों को शिवसेना की सत्ता चाहिए। 

सामना में लिखा बीजेपी जिस महायुति (महागठबंधन) की बात कर रही है, उसमें शामिल कई दलों के एक भी विधायक नहीं हैं। बगैर विधायकों का महामंडल परसों राज्यपाल से मिला और सरकार गठन के बारे में चिंता व्यक्त की। यह चिंता राज्य की कम, अगली सरकार में अपनी क्या स्थिति होगी, इस पर ज्यादा थी। निवर्तमान कई मंत्री चिंतित हैं। उन्हें भी अपनी सरकारी गाड़ी, घोड़ा, बंगला जाने की चिंता है लेकिन राज्य की जनता एक सुर में मांग कर रही है कि कुछ भी हो महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होना चाहिए।

शिवसेना ने खरीद-फरोख्त की आशंका जताते हुए कहा कि जिनका बीजेपी से रत्ती भर भी संबंध नहीं है, ऐसे कुछ पतित नए विधायकों से संपर्क करके थैली की भाषा बोल रहे हैं। पार्टी ने कहा कि हम सिर्फ मुद्दे की बात कर रहे हैं और मुक्के की बात होगी तो उसका भी उत्तर हम देंगे। शिवसेना वहां तलवार लेकर खड़ी ही है।  
 

vasudha

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