मैं गांधी हूं, सावरकर नहीं जो माफी मांगूगा: राहुल गांधी की टिप्पणी पर शिंदे बोले- 'अपमान के लिए इन्हें दंड दिया जाए'

Saturday, Mar 25, 2023 - 08:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय और हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर का अपमान किया है और उन्हें ‘दंडित' किया जाना चाहिए। विधानसभा में विपक्ष की ओर से ‘पिछले सप्ताह' लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि राहुल गांधी को जिस कानून के तहत संसद सदस्य के तौर पर अयोग्य करार दिया गया है, उसे कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने बनाया था और मोदी सरकार ने उसे महज लागू किया है।

राहुल गांधी को दंडित किया जाना चाहिए- शिंदे 
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, ‘‘राहुल गांधी दोषी करार दिए गए और स्वत: लोकसभा सदस्य के तौर पर अयोग्य हो गए, लेकिन वह लगातार विनायक दामोदर सावरकर का यह कहकर अपमान कर रहे हैं कि वह सावरकर नहीं हैं, जो माफी मांगें। वह खुद को क्या समझते हैं? उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।'' ‘‘मोदी उपनाम'' वाली टिप्पणी पर 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में बुधवार को सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और दो साल जेल की सजा सुनाई। हालांकि, सजा 30 दिन के लिए निलंबित कर जमानत दे दी ताकि वह फैसले को चुनौती दे सकें।

OBC समुदाय का अपमान किया
एक दिन बाद, लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना में कहा कि लोकसभा की सदस्यता से उनकी अयोग्यता दोषसिद्धि की तारीख 23 मार्च से प्रभावी होगी। शिंदे ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाकर ओबीसी समुदाय का अपमान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘सावरकर देशभक्त हैं। क्यों देशभक्त का अपमान?महाराष्ट्र प्रधानमंत्री मोदी और सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। लोग उन्हें (राहुल गांधी) महाराष्ट्र की सड़कों पर चलने नहीं देंगे।'' गौरतलब है कि लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मेरा नाम सावरकर नहीं है। मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगेगा।''

'सावरकर नहीं गांधी है' और गांधी माफी नहीं मांगते'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के एक दिन बाद शनिवार को कहा कि वह संसद के सदस्य रहें या नहीं रहें, या फिर उन्हें जेल में ही क्यों न डाल दिया जाए, वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह डरने वाले नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि उनका नाम ‘सावरकर नहीं गांधी है' और गांधी माफी नहीं मांगते।' कांग्रेस नेता ने साथ ही उनका समर्थन करने वाले विपक्षी दलों का धन्यवाद किया और कहा कि सब मिलकर काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडाणी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है।

क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डरे हुए थे
राहुल गांधी ने कहा, "असली सवाल यह है कि अडाणी समूह में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, वो पैसा किसका है?" उन्होंने दावा किया कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे डरे हुए थे कि वह सदन में अडाणी मामले पर अपना अगला भाषण देने वाले थे। कांग्रेस नेता ने कहा, "अडाणी जी की शेल कंपनी हैं, उनमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने निवेश किया है, ये पैसे किसके हैं? यह सवाल मैंने पूछा। मोदी जी और अडाणी जी के रिश्ते के बारे में पूछा। मेरी बातों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया।"

​​​सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, "मेरे बारे में मंत्रियों ने झूठ बोला, जबकि मैंने कोई ऐसी बात नहीं की थी जो देश के खिलाफ हो। मैंने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि मुझे जवाब देने का मौका दिया जाए, लोकसभा अध्यक्ष मुस्कुरा कर कहते हैं कि मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया, " सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मोदी जी का अडाणी के साथ क्या रिश्ता है, शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं, ये सवाल पूछता रहूंगा। इन लोगों से कोई डर नहीं लगता। ये सोचते हैं कि अयोग्य ठहराकर, डराकर, जेल में डालकर आवाज बंद करा सकते हैं, तो यह नहीं होगा, मेरे ऐसा इतिहास नहीं है।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘ मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिये लड़ रहा हूं, आगे भी लड़ता रहूंगा। मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं। यह सच्चाई है।"

rajesh kumar

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