DSP दविंदर सिंह से शेर-ए-कश्मीर मेडल लिया गया वापस, सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ जारी

Thursday, Jan 16, 2020 - 12:15 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर से बाहर निकलने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार पुलिस उपाधीक्षक देविन्दर सिंह को बहादुरी के लिए दिया गया शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक बुधवार को ‘‘वापस'' ले लिया। सरकारी आदेश के अनुसार, निलंबित अधिकारी का कदम विश्वासघात के बराबर है और उससे बल की छवि खराब हुई है। आदेश के अनुसार, सिंह को 2018 मे पुलिस पदक दिया गया था।  डी.एस.पी. सिंह से सुरक्षा एजेंसियां लगातार पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। अभी पूछताछ जारी है, लेकिन इस केस की जांच कर रहे सीनियर पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह के रोल से हैरान हैं।

उल्लेखनीय है कि पुलिस ने शनिवार को सिंह को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले के मीर बाजार में हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों नवीद बाबा और अल्ताफ के साथ गिरफ्तार किया था। इसके अलावा एक अज्ञात वकील भी उनके साथ था जो आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहा था। सरकारी आदेश में कहा दो आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर से बाहर निकलने में मदद करने की कोशिश और हथियारों एवं गोला-बारूद की बरामदगी विश्वासघात के बराबर है और इससे बल की छवि खराब हुई है।

शेर-ए-कश्मीर पदक वापस,  प्रधान सचिव (गृह) ने किए हस्ताक्षर
इसी के चलते 11 जनवरी को देविन्दर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक वापस लिया जाता है। प्रधान सचिव (गृह) शालीन काबरा ने इस आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। गिरफ्तारी के तत्काल बाद सिंह के आवास सहित विभिन्न जगहों पर पुलिस टीम भेजी गई थी। सिंह के आवास से दो पिस्तौल, एक एके राइफल और काफी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया। वहीं देविन्दर सिंह के रिश्तेदारों के घर पर सुरक्षा एजेंसियों ने छापा मारकर सेना के 15 कोर का पूरा नक्शे के साथ साढ़े सात लाख रुपए व भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है। एजेंसियों को डर है कि कही हिज्बुल के आतंकियों ने यह नक्शा अपने पाक हैंडलर्स के साथ साझा न किया हो।

वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व में जम्मू-कश्मीर राज्य की ओर से साल 2018 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उनकी सेवा के दौरान वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। पुलिस ने कहा कि जिला पुलिस लाइंस पुलवामा में जब डीएसपी के रुप मे तैनात थे, तब 25-26 अगस्त 2017 को आतंकवादियो की ओर से एक फिदायीन हमले का सामने करने में उनकी भागीदारी के लिए वीरता पदक प्रदान किया गया था। 

 

rajesh kumar

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