शैलजा हत्याकांड: फोन कोड में उलझी पुलिस

Thursday, Jun 28, 2018 - 11:00 AM (IST)

नई दिल्ली: अपनी प्रेमिका की हत्या करने वाला मेजर निखिल हांडा द्वारा किए गए एक अन्य मेजर की पत्नी की हत्या के मामले की जांच, जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई भेद खुल रहे हैं। जांच में पता चला है कि आरोपी मेजर ने दो मोबाइल अपने पास रखा हुआ था। जांच में दोनों में ही आरोपी मेजर के साथ मृतका शैलजा के वीडियो और फोटो बरामद हुए हैं। यही नहीं जांच करने पर उसके  फोनबुक में दर्ज ज्यादातर नंबर नाम कोड नेम से दर्ज हैं। ये कोर्ड नेम सेना में उपयोग किए जाने वाले कोड नेम हैं। तत्काल पुलिस आरोपी से उन कोड नेम के बारे में पूछताछ कर रही है। इसके लिए पुलिस ने सेना के विशेषज्ञों से भी संपर्क किया है, ताकि वे कोड तोड़ सके। 

शैलजा के फोन का डाटा नहीं हो सका रिकवर 
हत्या के बाद मृतका शैलजा के शव को आरोपी ने वहीं सड़क पर फेंक दिया था, वहीं उसके फोन को पत्थर से तोडऩे के बाद एक कूड़ा घर में फेंक दिया था। गिरफ्तार किए जाने के बाद उसी की निशानदेही पर पुलिस ने कूड़ा घर से फोन बरामद कर लिया था। पर फोन इतनी बुरी तरह से टूट चुका था व करीब 24 घंटों तक कूड़े के ढेर में पड़े रहने के कारण के इलेक्ट्रॉनिक किट खराब हो चुके थे। इसके कारण पुलिस की स्थानीय टेक्निकल टीम उस फोन से अब तक डाटा रिकवर नहीं कर पाई है। अब पुलिस टीम फोन का डाटा रिकवर करने के लिए उसे फोन कंपनी में भेजने जा रही है और मोबाइल उपभोक्ता कंपनी से भी संपर्क किया जा रहा है। 

हर बार नई थ्योरी से जांच को गुमराह कर रहा है मेजर 
आरोपी मेजर इतना शातिर है कि वह जानता है कि जब तक आला-ए कत्ल बरामद नहीं होगा उसके बचने की उम्मीद बनी रहेगी। इसलिए ही वह बार-बार घटना की नई थ्योरी पुलिस के सामने पेश कर रहा है। पुलिस चाहकर भी अब तक कत्ल में उपयोग हुए चाकू को बरामद नहीं कर सकी है। वैसे पुलिस ने आरोपी के पास से दो चाकू जरूर बरामद किए हैं, पर उनसे कत्ल नहीं किया गया था। 


 

Anil dev

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