शीला दीक्षित: ससुर से सीखे थे राजनीति के दांव - पेंच

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2019 - 06:39 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का शनिवार को 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे रखी थी। 15 साल तक राजधानी की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के नाम सबसे ज्यादा वक्त तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है। बता दें कि अपने निधन से कुछ दिनों पहले तक वह राजनीति में खासी सक्रिय थीं और हाल ही में उन्होंने दिल्ली में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी की थी। 

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शीला दीक्षित ने राजनिति के दांव पेच अपने ससुर उमाशंकर दीक्षित से सीखे थे, जो कानपुर कांग्रेस में सचिव थे। इंदिरा राज में उमाशंकर दीक्षित देश के गृहमंत्री थे। उसी दौरान अपने ससुर के साथ शीला दीक्षित भी राजनीति में सक्रिय हो गईं। उन्होंने कांग्रेस में लगातार मजबूत होते अपने ससुर से सीखी।

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मिलनसार तथा मृदुभाषी शीला के सभी राजनीतिक दलों के साथ अच्छे संबंध थे और केन्द्र में किसी भी दल की सरकार रही हो , मुख्यमंत्री रहते हुए उसके साथ उनका अच्छा तालमेल रहा। वह राजनीति के साथ-साथ समाज सेवा से भी जुड़ी रही। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में दिल्ली में दो बड़ी परियोजनाओं को अंजाम दिया गया। दिल्ली मेट्रो के शुरुआती चरण का निर्माण और वर्ष 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों का सफल आयोजन उनके कार्यकाल की दो प्रमुख उपलब्धियां रहीं।

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shukdev

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