शेख हसीना लंदन के लिए रवाना, भारत ने सुरक्षित मार्ग देने की मांग कबूली
punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 06:28 PM (IST)
Dhaka: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़ दिया है। हसीना, जो ढाका में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच भाग कर भारत पहुंची और अब लंदन के लिए रवाना हो रही हैं। बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर मचे बवाल के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। हिंसा इतनी ज्यादा भड़क गई है कि उपद्रवियों की भीड़ ने पीएम आवास पर ही हमला बोल दिया । दि प्रिंट को पता चला है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, जिन्हें आज ही इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा, लंदन जा रही हैं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि स्थिति के नियंत्रण से बाहर होने का एहसास होने के कुछ ही मिनटों के भीतर हसीना ने सोमवार को नई दिल्ली से भारतीय हवाई क्षेत्र में सुरक्षित मार्ग की मांग की, जिसे तुरंत स्वीकार कर लिया गया। उन्हें ढाका में उनके आधिकारिक आवास से बाहर निकालने के लिए बांग्लादेशी सेना द्वारा एक सैन्य हेलीकॉप्टर की भी पेशकश की गई थी, जिस पर राजधानी शहर छोड़ने के कुछ ही देर बाद प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया था। इसके बाद हसीना को बांग्लादेश में एक सैन्य हवाई अड्डे पर ले जाया गया, जहाँ से कहा जाता है कि वह एक सैन्य परिवहन विमान में भारत पहुंच गई हैं।
कई राजनयिक सूत्रों ने बताया वह भारत के रास्ते लंदन जा रही हैं । बताया जा रहा है कि हसीना बांग्लादेश वायु सेना के परिवहन विमान में यात्रा कर रही हैं और उम्मीद है कि यह विमान भारत में रुकेगा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सैन्य परिवहन विमान उन्हें भारत से आगे ले जाएगा या वे किसी अन्य विमान से लंदन जाएंगी। भारत ने ढाका के अनुरोध के बाद हसीना के विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र से सुरक्षित मार्ग प्रदान करने का निर्णय लिया । भारत सरकार के सूत्रों ने कहा कि नई दिल्ली ढाका में तेजी से हो रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है। बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम पर भारत की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ढाका में बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और अंतरिम सरकार जिम्मेदारियां संभाल रही है। उन्होंने टेलीविजन पर दिए गए संबोधन में कहा, "मैं (देश की) सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।" सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और उन्हें बताया कि सेना कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी।