पाकिस्तान ने सीमा पर तैनात किए शार्प शूटर

Monday, Sep 18, 2017 - 01:05 PM (IST)

पुंछ : हर मोर्चे पर विफल होने के बाद पाकिस्तान ने भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा पर शार्प शूटर तैनात किए हैं। बुलेट प्रूफ जैकेट एवं स्नाइपर राइफ ल से लैस ये शार्प शूटर नियंत्रण रेखा पर झाडिय़ों में छिपकर भारतीय सैनिकों को निशाना बनाते हैं। विशेष प्रशिक्षण प्राप्त इन शूटरों का मकसद स्नाइपर हमले करके भारतीय सैनिकों को ज्यादा से ज्यादा नुक्सान पहुंचाना और उनका मनोबल गिराना है। 
सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ समय से भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों पर कसे गए शिकंजे और आए दिन ढेर किए जा रहे आतंकी कमांडरों से पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्व में बढ़ते कद एवं भारत की कूटनीतिक बढ़त की बदौलत आज हर मंच से पाकिस्तान तथा पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ  उठने वाली आवाज ने भी पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ा दी है। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद भारत द्वारा दिए जाने वाले जवाब से भी पाकिस्तानी सेना को गहरा आघात पहुंच रहा है। 
इसी कारण पाकिस्तान ने अपनी रणनीति में बदलाव लाते हुए नियंत्रण रेखा एवं अंतर्राष्ट्रीय पर विशेष शार्प शूटर तैनात किए हैं जो अक्सर स्नाइपर राइफ ल से भारतीय सैनिकों को निशाना बनाकर शहीद कर देते हैं और पिछले कुछ समय में भारतीय सैनिकों पर हुए स्नाइपर हमलों में हुई वृद्धि पाकिस्तान के नापाक इरादों की गवाही देती है। बताया जाता है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा इन शार्प शूटरों को स्नाइपर राइफल देकर बुलेट प्रूफ  ड्रैस में ऐसे स्थानों पर तैनात किया जाता है, जिन्हें से वे भारतीय जवानों की गतिविधियों पर पूरी नजर रख सकें और राइफल की रेंज में आते ही उन पर फायर कर सकें। पाकिस्तान की इस बदली रणनीति के मद्देनजर भारतीय सुरक्षा बलों ने भी चौकसी बढ़ा दी है।

क्या खासियत है स्नाइपर राइफ ल की
स्नाइपर राइफ ल अपने आप में एक घातक हथियार है जो पाकिस्तान सेना द्वारा विभिन्न देशों से आयात की जाती है। करीब एक किलोमीटर की दूरी तक इस राइफ ल का निशाना अचूक होता है जो दिन के अलावा रात के समय भी काम करती है और इसकी मारक क्षमता इतनी सटीक होती है कि गोली लगने के बाद इंसान का बचना बड़ा मुश्किल होता है। घात लगाकर स्नाइपर राइफ ल से भारतीय जवानों को निशाना बनाने के बाद पाकिस्तानी शार्प शूटर अक्सर गायब हो जाते हैं जिस कारण जवाबी कार्रवाई में उन्हें नुक्सान पहुंचाने की आशंका भी न के बराबर रहती है। 

अपने ही लोगों के गुस्से का शिकार पाकिस्तान
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना द्वारा आए दिन किए जाने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन का पाकिस्तान को भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। केंद्र सरकार द्वारा भारतीय सेना को खुली छूट देते हुए 1 के बदले 100 गोलियां मारने के निर्देश दिए गए हैं। इसके चलते पाकिस्तानी सेना द्वारा जब भी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया है, तब-तब पाकिस्तानी सेना को भारी खामियाजा भुगतना पड़ा है। इस दौरान नियंत्रण रेखा के पार रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को भी नुक्सान उठाना पड़ता है। इस कारण पाकिस्तान सरकार अपने की लोगों के गुस्से का शिकार हो रही है।
पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा के बिल्कुल पास आबादी बसाई गई है, जिसमें से अधिकतर परिवार पूर्व पाक सैनिकों के हैं। पाकिस्तान द्वारा एक रणनीति के अनुसार लोगों को नियंत्रण रेखा पर बसाया जाता है। इन लोगों के घरों को पाक सेना तथा आतंकवादी अक्सर अपने आश्रय स्थल के रूप से भी इस्तेमाल करते हैं। जब भी पाक सेना द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन किया जाता है तो जवाबी कार्रवाई में उसे खासा नुक्सान भुगतना पड़ता है जिस कारण नियंत्रण रेखा के करीब बसे पकिस्तानियों में अब पाकिस्तानी सेना के खिलाफ  रोष भडक़ने लगा है। इसी रोष को शांत करने और जवाबी कार्रवाई का खतरा कम करने के लिए पाक सेना द्वारा स्नाइपर राइफ ल के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है।
स्नाइपर हमले में शहीद हुए भारतीय जवान
21 अक्तूबर 2016 को भारतीय सेना का जवान गुरनाम सिंह शहीद, स्थान हीरानगर।
9 नवम्बर 2016 को राइफ लमैन संदीप सिंह रावत शहीद, स्थान कुपवाड़ा।
9 मार्च 2017 को सिपाही दीपक जगन्नाथ शहीद, स्थान गुलपुर जिला पुंछ।
12 जुलाई 2017 को 2 जवान शहीद, स्थान केरन सैक्टर।
20 जुलाई 2017 को राइफ लमैन विमल सिंजाली शहीद, स्थान हंदवाड़ा।
8 अगस्त 2017 को सिपाही पवन सिंह शहीद, स्थान बलनोई जिला पुंछ।
25 अगस्त 2017 को के.के. अप्पा राव घायल, स्थान अरनिया। 

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