प्रधानमंत्री बनने की संभावना देख फिर सक्रिय हुए शरद पवार

Sunday, Feb 24, 2019 - 11:27 AM (IST)

नेशनल डेस्क: नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार केंद्र में खिचड़ी सरकार की स्थिति में प्रधानमंत्री बनने की संभावना को देखते हुए एक दशक बाद फिर से लोकसभा का चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। 78 वर्षीय पवार अपने मजबूत गढ़ पश्चिमी महाराष्ट्र की मधा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इससे पहले वर्ष 2009 में वे लोकसभा का चुनाव लड़े थे। 


एनसीपी सूत्रों के अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव में खंडित जनादेश आने की स्थिति में जब भाजपा अथवा कांग्रेस खुद अपना प्रत्याशी को पीएम बनने की स्थिति में नहीं होगी तो पवार खुद को आम सहमति से प्रधानमंत्री बनने के लिए दावा पेश कर सकते हैं। मधा सीट को एनसीपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। 


वर्ष 2009 के चुनाव में डिलिमिटेशन के बाद भी कुल 9.19 लाख वोट में से 5.31 लाख मिले थे।  वर्ष 2014 में जब पवार ने चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया और इस सीट पर वरिष्ठ एनसीपी नेता विजय सिंह मोहिते पाटिल को इस सीट से चुनाव लड़ाया। इस चुनाव में यद्यपि एनसीपी प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे लेकिन जीत का अंतर घटकर सिर्फ 25344 पर सिमट गया। 


महाराष्ट्र मधा इकलौती सीट थी जहां 2014 की मोदी लहर में भी एनसीपी को जीत हासिल हुई। महाराष्ट्र की 48 में से 42 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। जबकि इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में एनसीपी को प्रदेश में कुल आठ सीटें हासिल हुई थीं। एक पवार समर्थक नेता का दावा है कि कांग्रेस व भाजपा जैसे विरोधी दलों की सरकार नहीं बनने की स्थिति में शरद पवार एकमात्र सर्वसम्मति से पीएम पद की पसंद बन सकते हैं। इनकी दोनों ही दलों में स्वीकार्यता है। 

vasudha

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