दाती महाराज पर शनि की वक्र दृष्टि, कभी दंडनायक को बताया था 'मित्र'

Friday, Jun 15, 2018 - 08:21 AM (IST)

नई दिल्ली: ‘शनि शत्रु नहीं, मित्र है’ के कार्यक्रमों से चर्चा से आए दाती मदन कुछ ही वर्षों में ‘महाराज’ बन गए। देखते ही देखते इनके भक्तों की संख्या लाखों में पहुंच गई। दाती मदन के दिल्ली के फतेहपुरी बेरी स्थित असोला में बने शनि धाम मंदिर में भगवान शनि की प्राकृतिक चट्टान आइडल है। यह मूर्ति बहुत चमकदार है और दुनिया में भगवान शनि की सबसे ऊंची मूर्ति है। 31 मई, 2003 को जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम जी महाराज ने मूर्ति का अनावरण किया था। यह दुनिया भर से भगवान शनि के भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है। इसी मूर्ति की स्थापना के बाद ही ये महाराज बन गए और सोशल मीडिया सहित चैनलों पर आने लगे। यह भी कहा जाता है कि दाती महाराज का केन्द्र सहित कई राज्यों की सरकारों में सीधा दखल है।

शनि के प्रकोप का डर और उसे शत्रु नहीं मित्र बताने के उपाय से जल्द ही लोगों के दिलों में इन्होंने जगह बना ली लेकिन अब इन पर जो आरोप लगे हैं वे गंभीर हैं और इसमें उनकी गिरफ्तारी तय है। उनकी एक शिष्या ने दाती महाराज पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक यह मामला 2 वर्ष पुराना है जिस कारण मामले में गिरफ्तारी करना जल्दबाजी होगी। सूत्रों का कहना है कि मामला दर्ज होते ही फिलहाल बाबा अंडरग्राऊंड हो गए हैं। अभी यहां से वह कहां गए हैं इसका पता नहीं चल सका है। आशंका जताई जा रही है कि वह राजस्थान स्थित अपने आश्रम में गए होंगे। पुलिस उनसे पूछताछ की रणनीति बना रही है। घटना से ऐसा लग रहा है कि दाती महाराज पर ‘शनि’ की वक्र दृष्टि पड़ गई है। बता दें कि दाती महराज का नाम मदन है और वह अपना नाम दाती मदन महाराज लिखते हैं। दाती महाराज फतेहपुरी बेरी स्थित शनि धाम के प्रमुख हैं और ऐसा ही एक आश्रम राजस्थान में भी चलाते हैं।

हाल में हुई कई पोस्टिंग दाती मदन के इशारे पर
बताया जाता है कि केन्द्र के 2 मंत्री, दिल्ली पुलिस के 1 आई.पी.एस. सहित केंद्र सरकार में कई आई.ए.एस. इनके भक्त हैं और उसी के चलते इस समय वे लोग अच्छी पोस्ट पर भी बैठे हैं। कहा जाता है कि हाल ही में कई अधिकारियों की पोस्टिंग दाती मदन के इशारे पर की गई थी। हाल में ही इन्होंने राजस्थान में एक वरिष्ठ आई.पी.एस. की तैनाती करवाई थी जिसको लेकर यह चर्चा में भी आए थे जिसमें स्वयं राजस्थान की सी.एम. ने हस्तक्षेप किया था।

आश्रम में छाया सन्नाटा, शिष्यों ने जताई अनभिज्ञता
वहीं घटना सामने आने के बाद से आश्रम में सन्नाटा छाया है। यहां तक कि आश्रम में रहने वाले उनके ज्यादातर शिष्यों ने इस मामले को लेकर अनभिज्ञता जताई है। घटना का पता लगते ही आश्रम को बंद कर दिया और मुख्य गेट व आसपास कोई दिखाई नहीं दे रहा था।

दाती मदन हैं कई बाबाओं की तरह रसूख वाले
दाती मदन जिस भगवान के उपासक हैं उनका खौफ सभी के दिलों में रहता है। शायद इसी वजह से उन्होंने तेजी से ख्याति पाई और उनके भक्तों की संख्या लाखों में पहुंची। दरअसल दाती मदन कई बाबाओं की तरह रसूख वाले ‘महाराज’ हैं। हाल ही में उनके कुछ फोटो सोशल मीडिया पर जारी हुए जिनमें वह देश के मौजूदा केन्द्रीय मंत्रियों सहित उन लोगों के साथ हैं जो देश की राजनीति में मौजूदा समय में अपना प्रभाव रखते हैं। बताया जाता है कि इनके आश्रम में अधिकारियों सहित मंत्रियों व नेताओं का आना-जाना लगा रहता है और मौजूदा समय में ये राजनीति में बड़ा हस्तक्षेप रखते हैं।

Seema Sharma

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