शनि अमावस्या का योग 20 साल बाद, समारोह में नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल

Tuesday, Sep 24, 2019 - 09:36 AM (IST)

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जालंधर (स.ह.): 28 सितम्बर को श्री शनि एवं पितृ पक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में पठानकोट रोड स्थित गांव रायपुर रसूलपुर के शनि सुखधाम में करवाए जाने वाले समारोह के दौरान प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होगा और लंगर की व्यवस्था पत्तलों में की जाएगी। धाम के संस्थापक मुरली मनोहर की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है।

धाम के संस्थापक मुरली मनोहर ने बताया कि पितृ पक्ष के दिन शनि अमावस्या का योग 20 साल बाद बन रहा है और इस योग के दौरान पितरों को खुश करने के लिए पूजन और शनिदेव के पूजन का भक्तों को काफी लाभ मिलेगा। इस दौरान मंदिर में पितृ दोष पूजन के अलावा कालसर्प दोष का पूजन भी किया जाएगा। पितृ दोष के पूजन के लिए गया से विशेष तौर पर पंडितों को निमंत्रण दिया गया है।

सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक 8 घंटे का विशेष पितृ दोष महायज्ञ करवाया जाएगा और इस दौरान पं. दिनेश शास्त्री व पं. बृजेश की टीम शास्त्रों के अनुसार पूर्णाहुति देंगे और इसके पश्चात हरिनाम संकीर्तन होगा। शनि अमावस्या के दिन शनि पूजन से साढ़ेसाती और ढैया का बुरा प्रभाव कम होता है और महादशा में शनि अच्छा फल देते हैं। अमावस्या के दिन किए गए शनि पूजन से घर-परिवार में शांति व समृद्धि आती है और परिवार खुशहाल रहता है।

इस बैठक के दौरान समारोह के लिए विभिन्न शनि भक्तों की ड्यूटी भी लगाई गई हैं। भोजन की व्यवस्था राजकुमार के हाथों में होगी, जबकि रसोई की व्यवस्था ज्योति संभालेगी। मंदिर में अश्विनी व राजकुमार देखरेख करेंगे, जबकि हवन-पूजन की व्यवस्था अश्विनी व भानु के हाथों में होगी। भोजन वितरण का काम अमित संभालेंगे, जबकि बर्तन-थाली की व्यवस्था विनोद देखेंगे। टैंट की व्यवस्था मनीष कुमार करेंगे, जबकि अन्य कार्यों में राज अरोड़ा, अमृत अरोड़ा, अश्विनी सपरा, गौतम कुकरेजा, पवन मल्होत्रा, गुलशन लुथरा, लव, ममता, सिमरन, कनिका की ड्यूटी लगाई गई। 

Niyati Bhandari

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