सेशेल्स राष्ट्रपति का भारत को बड़ा  झटका,  नौसैन्य बेस की डील रद्द

Sunday, Jun 17, 2018 - 01:56 PM (IST)

विक्टोरियाः सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने अपने दिल्ली दौरे से पहले भारत को बड़ा झटका देते हुए असम्पशन द्वीप पर भारत के साथ नौसैनिक बेस बनाने की परियोजना पर काम करने की डील रद्द कर दी है। सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने कहा कि भारत के साथ काम करने की बजाय सेशेल्स खुद द्वीप पर सैन्य सुविधाएं तैयार करेगा।

गौरतलब है कि भारत और सेशेल्स के बीच परियोजना पर 2015 में समझौता हुआ था। दोनों देशों ने इसे गुप्त रखने का फैसला किया था। लेकिन कुछ ही दिन पहले परियोजना की जानकारी लीक हो गई थी। इसके बाद सेशेल्स के राजनीतिक दलों ने फॉरे का विरोध शुरू कर दिया था। फॉरे इसी महीने 26 तारीख को द्विपक्षीय वार्ता के लिए भारत दौरे पर आने वाले हैं। फॉरे ने 2019 के बजट में असम्पशन में कोस्टगार्ड सेवा शुरू करने के लिए फंड्स मुहैया कराने की बात कही थी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फॉरे ने ये भी कहा था कि वे भारत दौरे में भी शीर्ष नेतृत्व से परियोजना के बारे में चर्चा नहीं करेंगे। हालांकि,भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है।

भारत लंबे समय से सेशेल्स की राजधानी माहे के दक्षिण-पश्चिम में मौजूद असम्पशन द्वीप में नौसैनिक बेस तैयार करना चाहता है। इसकी एक वजह क्षेत्र में तेजी से बढ़ती चीन की मौजूदगी है। भारत यहां तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर कूटनीतिक बढ़त बनाना चाहता है। भारत और सेशेल्स के बीच असम्पशन द्वीप को लेकर पहला समझौता 2015 में हुआ था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधिकारिक दौरे पर सेशेल्स पहुंचे थे। इसी साल की शुरूआत में दोनों देशों ने समझौते को आखिरी रूप दिया था।
 
इस साल मार्च में समझौते से कुछ दस्तावेज ऑनलाइन लीक हो गए थे। जिसके बाद विपक्षी दलों ने भारत के साथ समझौते का विरोध किया था। सेशेल्स ने इस लीक के जांच के आदेश भी दिए थे। हालांकि, फॉरे ने संसद में इस समझौते की पुष्टि से इंकार किया था। मोदी ने अप्रैल में कॉमनवेल्थ समिट के दौरान सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फॉरे के साथ इस सिलसिले में मुलाकात भी की थी।

Tanuja

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