पहली बार चंडीगढ़ में सीवेज के नमूनों में मिला कोरोना वायरस, पर्यावरण पर भी पड़ रहा इसका असर

Thursday, Jan 13, 2022 - 05:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चंडीगढ़ शहर में पहली बार सीवेज के नमूनों में कोरोना वायरस मिला है। इन नमूनों की जांच पीजीआई, चंडीगढ़ के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा की गई थी। पीजीआई, चंडीगढ़ में प्रोफेसर मिनी पी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि उन्होंने बीते दिसंबर के महीने से वेस्टवॉटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से नमूने लेने शुरू किए थे। इसके अलावा अमृतसर, पंजाब के प्लांट्स से भी नमूने लिए गए थे। इनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन अब संक्रमण बढ़ने के बाद चंडीगढ़ के सीवेज के पानी में वायरस पाया गया है।

अब दिल्ली के सीवेट ट्रीटमेंट प्लांट्स से भी इस तरह की जांच के लिए नमूने पीजीआई, चंडी़गढ़ आ सकते हैं।

ऐसे किया जाता है सीवेज के नमूने का टैस्ट
रिपोर्ट के मुताबिक पहले सीवेज के 2-3 एमएल के नमूने को तीन दिनों के करीब सुरक्षित रखकर गाढ़ा होने दिया जाता है। इसके बाद इसमें से न्यूलिक एसिड हटाकर पानी को साफ कर लिया जाता है ताकि इसमें पाए जाने वाले संभावित वायरस को अलग किया जा सके। अब इस नमूने की आरटी-पीसीआर (RT-PCR) मशीन में जांच की जाती है। WHO के अनुसार अगर किसी जगह सीवेज में कोरोना वायरस का पता चलता है तो इसका मतलब है कि वहां बहुत से लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

Hitesh

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