किराड़ी अग्निकांड: साजिश की कालिख... आग लगी या लगाई?

Wednesday, Dec 25, 2019 - 09:56 AM (IST)

वेस्ट दिल्ली(नवोदय टाइम्स): किराड़ी के इंदिरा एंक्लेव में स्थित खसरा नंबर 35/13 की दो मंजिला इमारत को देखने के लिए मंगलवार सुबह से ही लोग जमा होने लगे। पूरी बिल्डिंग पर धुएं की कालिख थी। बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। पहली मंजिल पर रहने वाले उदयकांत चौधरी का पूरा परिवार आग की चपेट में आकर खत्म हो गया। उदयकांत के परिवार का कहना है कि बिल्डिंग को आग लगाने की कालिख मकान मालिक के परिवार ने ही पोती है, जिसमें उनका परिवार तो बेवजह चपेट में आ गया। आग की साजिश का खुलासा अब इस दुनिया में नहीं रही संजू झा की 10 साल की बेटी सौम्या उर्फ शालू ही कर सकती है, जिसको आग लगने के वक्त मारने की कोशिश भी की गई थी।

जो कहा उसे कर दिखाया, सब मर गए, पर वो जिंदा निकली बाहर : कृष्णा
उदयकांत चौधरी का साला कृष्णा उर्फ छोटू इंदिरा एंक्लेव में ही परिवार के साथ रहता है। कृष्णा ने कहा कि मकान मालिक की बहू ने 3 दिन पहले जो कहा था, उसने करके दिखा दिया। सबको मार डाला और खुद अपने बच्चे के साथ आसानी से छत से बाहर निकल आई। उसने 10 साल की सौम्या को भी मारने की कोशिश की थी, लेकिन वो किसी तरह बच गई। सौम्या ने बेहोश होने से पहले कहा था कि चाची ने आग लगाकर मार डाला है। छोटी बच्ची ने वारदात को अपनी आंखों से देखा था, जिससे पुलिस पूछताछ कर पूरे मामले का हैरान करने वाला खुलासा कर सकती है। 

दंपति पर लगाया साजिश का आरोप
उदयकांत के परिवार वालों ने बताया कि प्रेम नगर थाने में उन्होंने एक लिखित शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने पूजा और उसके पति अमरनाथ झा पर आग लगाकर सभी को खत्म करने की बात कही है। उन्होंने लिखा कि पूजा ने कहा था कि अगर पति अमरनाथ ने उदयकांत को ढाई लाख रुपए दिए तो वह घर में आग लगाकर पूरे परिवार को खत्म कर देगी। पूजा पहले भी पैसों को लेकर काफी बार झगड़ा कर चुकी थी। उसकी बातों को सभी गंभीरता से लेते थे।


दोपहर ही भांजा-भांजी घर शिफ्ट करा रहे थे : मामा
उदयकांत के साले कृष्णा ने बताया कि वह भी मकान शिफ्ट कर रहा था। रविवार दोपहर को उसका भांजा आदर्श और भांजी अंजली आए थे। दोनों सामान को दूसरे मकान में शिफ्ट करा रहे थे। शाम जब जीजा उदयकांत और बहन मुस्कान घर आए। उनके साथ मकान मालिक की बहू संजू झा भी आई थी, जिससे कहा था कि पूजा ने उसे चप्पलों से मारा था। जीजा ने बताया था कि मकान मालिक का बहू से झगड़ा होता रहता है। उसे भी कहा था कि अमरनाथ आकर आपका ढाई लाख रुपए देगा। पूजा ने भी कहा था कि हम तुमको सिर्फ एक लाख रुपए ही देंगेे। बाकी जेठानी देगी। जीजा उदयकांत को एक जनवरी को मकान खाली करना था। वह अपना मकान खरीदना चाहते थे।

जीजा ने कहा था कल रोक लेना भांजा-भांजी को
उदयकांत के ससुराल वालों ने बताया कि आदर्श और अंजली को शाम को घर पर ही रोकने की कोशिश की थी। उदयकांत ने कहा था कि कल दोनों का पेपर है। एक दो दिन से ठंड की छुट्टी हो जाएगी। तब अपने पास ही दोनों को रख लेना। तुमको जब परेशान करेंगे, तब पता चलेगा। अंजलि अपनी नानी रेनू देवी से बहुत प्यार करती थी। स्कूल से आने के बाद वह नानी से मिलने आ जाया करती थी, जिसके जाने के बाद नानी की तबीयत काफी खराब हो गई है। वह परिवार के जाने का गम नहीं भूला पा रही है। अगर हम परिवार को जिद करके उस दिन रोक लेते तो उदय और उसका परिवार जिंदा होता।

 

उदय का फोन फर्श पर कालिख में पड़ा मिला
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को पुलिस की जांच टीम उदय के ससुराल वालों को लेकर उदय के मकान पर गई थी। पूरे कमरे में धुएं की कालिख जमी हुई थी। कमरे में कोई सामान जला हुआ नहीं था। फर्श पर कंबल आदी पड़ा था। एक कोने में उदय का मोबाइल फोन पड़ा था, जिसको पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने फोन को लैब भेज दिया है। कॉल डिटेल आदी निकालकर पता करने की कोशिश की जाएगी कि आखिरी समय में उसकी किस किससे बातचीत हुई थी। मुस्कान के परिवार वालों ने बताया कि जिस फोन से उदयकांत ने आखिरी बार बचाने के लिए 3 से 4 लोगों को फोन किया था। उस फोन को मुस्कान के बड़े भाई ने गिफ्ट किया था।  

vasudha

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