रमजान संघर्षविराम पर अलगाववादियों ने कसा तंज, बताया दिखावटी उपाय

Thursday, May 17, 2018 - 06:57 PM (IST)

श्रीनगर : हुरिर्यत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जे.के.एल.एफ.) प्रमुख यासीन मलिक ने गुरुवार को कश्मीर में रमजान के दौरान नई दिल्ली द्वारा घोषित संघर्षविराम को ‘दिखावटी उपाय’ के रुप में करार दिया। बुधवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रमजान के महीने के मद्देनजर प्रदेश में आतंकी विरोधी अभियानों को बंद करने के लिए कहा था। राबाग इलाके में स्थित हुरियत (एम) मुख्यालय में आयोजित एक सैमिनार को संबोधित करते हुए दोनो अलगाववादी नेताओं ने कश्मीर मुद्दे के समाधान की मांग की। 


सीजफायर पर प्रतिक्रिय देते हुए मलिक ने कहा कि जब तक कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए व्यापक योजना नहीं बनाई जाती है, इस तरह के दिखावटी उपाय काम नहीं करेगी। यह एक दिखावटी उपाय है। क्या इससे जमीन पर कोई फर्क पड़ेगा।  मीरवायज ने इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि सीजफायर एक या दो महीने के लिए घोषित किया जाता है। हमें विवाद के मूल कारण और युवाओं द्वारा बंदूकों को उठाए जाने के कारणों का पता लगाने की जरुरत है। हमें विवाद का हल करने की जरुरत है। इससे पहले उन्होंने कहा कि हड़तालों का आह्वान करना उनकी मजबूरी है और संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) वैकाल्पिक रणनीति खोजने पर काम कर रहा है। साथ ही हड़तालों से लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। 


 

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