snakebite: संत कुमार को 19 बार सांप काटने से मृत दिखाकर ₹76 लाख हड़पे गए, अब जिंदा मिले
punjabkesari.in Wednesday, May 28, 2025 - 02:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से एक हैरान कर देने वाला घोटाला सामने आया है, जहां सर्पदंश मुआवजे के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी हुई है। 279 फर्जी मामलों में 47 लोगों को मौत के कागजात पर दर्ज कर उनके परिजनों से 11 करोड़ 26 लाख रुपए हड़प लिए गए। इनमें मलारी गांव के 70 वर्षीय संत कुमार बघेल भी शामिल हैं, जिन्हें कागजों में 19 बार सांप के काटने से मृत दिखाकर उनके नाम पर 76 लाख रुपए निकाले गए, जबकि वे पूरी तरह स्वस्थ और जिंदा हैं।
संत कुमार ने बताया कि उन्हें इस घोटाले की जानकारी हाल ही में मिली और वे कभी सांप के काटने से प्रभावित नहीं हुए। उन्होंने बताया कि इससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुंचा है, क्योंकि कुछ लोग मान रहे हैं कि उन्होंने मुआवजा लिया होगा, जबकि सच इससे बिलकुल अलग है।
यह फर्जीवाड़ा 2019 से 2022 के बीच केवलारी तहसील क्षेत्र में हुआ, जहां सरकार द्वारा सांप काटने, डूबने या बिजली गिरने से मृत्यु पर 4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाता है। तहसील कार्यालय के एक क्लर्क सचिन दहायत ने एसडीएम और तहसीलदारों के लॉगिन पासवर्ड का दुरुपयोग कर इस योजना को आधार बना कर ठगी को अंजाम दिया। जांच में पता चला कि कई ऐसे नाम हैं जो असल में मौजूद ही नहीं थे, लेकिन उनके जरिए करोड़ों की रकम निकाली गई।
संत कुमार ने कहा कि वे तहसील प्रशासन से कभी संपर्क में नहीं थे और न ही उन्हें किसी अधिकारी ने इस बारे में कोई सूचना दी। उन्होंने इस मामले में मानहानि का दावा करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अभी तक इस पूरे मामले में एक भी पैसा वसूला नहीं जा सका है। प्रशासन ने जांच रिपोर्ट कलेक्टर के पास भेज दी है, जहां अधिकारियों के खिलाफ उचित कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है। यह मामला बड़े पैमाने पर सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की एक गंभीर चेतावनी बनकर उभरा है।