'गर्व इतना कि देर तक रोए नहीं': सबसे गमगीन विदाई की सबसे भावुक तस्वीरें देखें

Friday, Dec 10, 2021 - 07:07 AM (IST)

नेशनल डेस्कः देश सीडीएस रावत को आज सबसे गमगीन विदाई दे रहा है। गुरुवार शाम जब पालम एयरपोर्ट पर जब तिरंगे में लिपटे 13 पार्थिव शरीरों को एक-एक कर उतारा गया, उस वक्त हर देशवासी की आंखें गम में डूब गईं। जो यह सब मंजर देख रहा था वह गम में डूबा हुआ था। इन पार्थिव शरीर में एक देह सीडीएस जनरल बिपिन रावत का भी था। वही जनरल, जिन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करने और म्यांमार में जाकर आतंकियों का सफाया करने जैसे सैन्य अभियानों में अहम भूमिका निभाई थी। वही जनरल रावत, जो चीन और पाकिस्तान की आंखों की किरकिरी रहे और थलसेना प्रमुख के बाद देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बने।

तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह समेत 13 लोगों के पार्थिव शरीर जब पालम एयरपोर्ट पहुंचे, तब उनके परिवार के सदस्यों ने मजबूत इरादों का परिचय दिया।

उनकी आंखें नम जरूर थीं, लेकिन गर्व इतना था कि वे आम लोगों की तरह रोए नहीं। उनके कंधे झुके हुए नहीं थे। आखिर ये फौजियों के परिवार जो थे। इन्हें श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी भी पहुंचे।

हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सैनिकों के परिजन गम को छिपाए हुए एक ओर खड़े रहे। सभी की आंखें नम थीं। सभी आखिरी बार पार्थिव शरीर के दर्शन करना चाह रहे थे, लेकिन हादसा इतना विभत्स था कि वे ऐसा कर नहीं पाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों के परिजन से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनका ढांढस बंधाया। इसके थोड़ी देर बाद ही पीएम मोदी वहां से रवाना हो गए।

हादसे में अपनों को खो चुके लोग एक-दूसरे को हिम्मत देते दिखाई दिए। कोई किसी के आंसू पोछ रहा था, तो कोई एक-दूसरे के कंधों को संभाले, उन्हें हिम्मत रखने की बात कह रहा था। हादसे में जान गंवाने वाले 12 लोगों के परिवार और परिजन पालम एयरबेस पर मौजूद थे। सभी की आंखें नम थीं।

Yaspal

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