कश्मीर में प्रदर्शनकारियों पर सख्त सुरक्षाबल: मुठभेड़ स्थलों के पास लागू करेंगे सख्त प्रतिबंध

Monday, Feb 20, 2017 - 04:37 PM (IST)

श्रीनगर : भारयीत सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत द्वारा कश्मीर में आतंकी विरोधी अभियानों को बाधित करने के लिए प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दिए जाने के चार दिनों बाद सुरक्षाबलों को एक बार फिर दक्षिण कश्मीर में आतंकी विरोधी अभियान कके दौरान पत्थराव कर रहे युवकों से निपटना पड़ा और तदनुसार सुरक्षा एजेंसियों ने मुठभेड़ स्थलों के पास सख्त प्रतिबंधों को लागू करने का फैसला किया है। गत रात दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिला के उरवान गांव में पुलिस, सी.आर.पी.एफ. और सेना के 55 आर.आर. द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया।


पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि गांव में तलाशी के बाद अभियान को समाप्त किया गया। हालांकि, जैसे ही सुरक्षाबल मौके से वापस आ रहे थे तो भीड़ ने उनपर पत्थराव शुरु कर दिया। पत्थराव कर रहे युवकों को खदेडऩे के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गेस का इस्तेमाल करना पड़ा। कुछ समय तक दोनो पक्षों के बीच झड़पें हुई।
प्रवक्ता ने कहा कि पत्थरबाजों जिनका इरादा अभियान को बाधित करना था के खिलाफ कानून कार्रवाई शुरु कर दी गई है।
इससे पहले गत 15 फरवरी को सेना प्रमुख ने आतंकी विरोधी अभियानों के दौरान बाधाएं पैदा करने वाले लोगों और प्रदेश में पाकिस्तान और आई.एस.आई.एस. के झंडें लहराने वालों को राष्ट्र विरोधी नागरिकों के रुप में माने जाने की और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।


मुठभेड़ स्थलों के पास लोगों द्वारा पत्थराव और झड़पों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चिंतित है। एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ स्थलों के पास प्रदर्शन और पत्थरबाजी से आतंकी विरोधी अभियानों के संचालन में बाधा पैदा होती है। प्रदर्शनकारियों द्वारा सुरक्षाबलों पर पत्थराव से आतंकियों को सुरक्षा का घेरा तोडक़र फरार होने में मदद मिलती है।


अधिकारी ने कहा कि गत रात दक्षिण कश्मीर में घटना जिसके दौरान भीड़ ने आतंकी विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों पर पत्थराव किया के मद्दनजर यह फैसला लिया गया है कि राज्य सरकार द्वारा जारी सलाहकार को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को मुठभेड़ स्थलों की ओर मार्च करने और झड़पों को रोकने के लिए मुठभेड़ स्थलों के 3 किलोमीटर के दायरे में सख्त प्रतिबंधों को लागू करने सहित सुरक्षाबलों द्वारा हर संभव उपाय किया जाएगा। सलाहकार पहले से लागू है लेकिन अब सुरक्षाबल इसे सख्ती से लागू करेंगे।


हाल ही में राज्य सरकार ने सलाहकार जारी मानव जीवन के नुकसान से बचने के लिए लोगों को मुठभेड़ स्थलों के पास इकट्ठा नहीं होने या मार्च नहीं करने की सलाह दी। सलाहकार के अनुसार किसी भी आतंकी विरोधी अभियान के दौरान स्थल के 3 किलोमीटर के दायरे के भीतर निषेधात्मक प्रतिबंध लागू किए गए हैं। पुलिस अधिकारी के अनुसार लोगों की सुरक्षा के लिए सरकारी सलाहकार को सख्ती से लागू किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान आप नहीं जानते कि किसी दिशा से गोली चलेगी। यदि लोग मुठभेड़ स्थलों तक पहुंचेगे तो नागरिक हताहतों की संभावना है। नागरिक हताहतों से बचने के लिए प्रतिबंधों को लागू किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान पुलिस और अद्र्धसैैनिक बलों के दस्ते को स्थानीय लोगों को दूर रखने का विशेष काम सौंपा जाएगा। वह नियमित रुप पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से घोषणाएं करके लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए बाहर नहीं निकले की चेतावनी देंगे। सुरक्षाबल सख्त प्रतिबंध लागू करेंगे ताकि लोगोंं को सुरक्षाबलों के साथ झड़पों से रोका जा सके।

 

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