Budget session: पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर चर्चा पर अड़ा विपक्ष, पूरा दिन नहीं हुआ कामकाज

Monday, Mar 08, 2021 - 03:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राज्यसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेेस तथा अन्य दलों ने पेट्रोल और डीजल की दिनों दिन बढती कीमत को लेकर आज राज्यसभा में हंगामा किया जिसके कारण चार बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। सोमवार सुबह कार्यवाही शुरू होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने तीन नये सदस्यों को शपथ दिलायी तथा सदन ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। शून्यकाल के दौरान महिला सदस्यों ने अंतररष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने विचार रखे।

 विपक्षी दलों ने किया हंगामा 
 इसके बाद जब नायडू ने प्रश्नकाल शुरू करने के लिए सदस्य का नाम पुकारा तो सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमत आसमान छू रही है और उन्होंने इस ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। सभापति ने कहा कि उन्होंने इस नोटिस को स्वीकार नहीं किया है और सदस्य विनियोग विधेयक पर चर्चा तथा अन्य मौकों पर इस मुद्दे पर अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही का पहला दिन है इसलिए सदस्यों को शांत रहकर सुचारू ढंग से कार्यवाही चलने देनी चाहिए। यह सुनते ही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। 

 

पेट्रोल और डीजल की कीमतें महत्वपूर्ण मुद्दा: खड़गे
सदन में अव्यवस्था को देखते हुए नायडू ने कार्यवाही ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी। इसके बाद उप सभापति हरिवंश ने जब 11 ब्जे कार्यवाही दोबारा शुरू करनी चाहिए तो कांग्रेस के सदस्यों ने अपनी मांग दोहरायी इस पर हरिवंश ने कहा कि सभापति इस मुद्दे पर व्यवस्था दे चुके हैं और इस पर पुनर्विचार नहीं किया जा सकता। खड़गे ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसपर चर्चा नहीं टाली जा सकती। विपक्षी सदस्यों ने एक बार फिर शोर शराबा शुरू कर दिया जिसके चलते उप सभापति ने सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी। एक बजे भी सदन में व्यवस्था कायम नहीं होने पर सदन की कार्यवाही पहले सवा बजे और फिर डेढ बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

29 जनवरी से 12 फरवरी तक चला था पहला सत्र
इसके बाद पीठासीन उप सभापति वंदना चौहान ने सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कहा कि उनके पास सदस्यों के लिए अच्छी खबर है। उन्होंने कहा कि अनेक सदस्यों ने सभापति से अनुरोध किया था कि कार्यवाही के समय में बदलाव किया जाना चाहिए इसे ध्यान में रखते हुए अब सदन की कार्यवाही नियमित समय यानी सुबह ग्यारह बजे से शाम छह बजे तक चलेगी। उन्होंने कहा कि सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी पहले की तरह कर दी गयी है। अब सदस्य पहले की तरह सदन में अपनी जगहों पर बैठेंगे हालाकि कुछ सदस्य अभी भी राज्यसभा की दीर्घा में बैठेंगे। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी। इस तरह बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सदन में कोई विशेष विधायी कामकाज नहीं हो पाया। बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 12 फरवरी तक हुआ था। दूसरा चरण आठ मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा। 

सभी दलों ने किया अवधि में कटौती का समर्थन
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दल सत्र की अवधि में कटौती किए जाने के समर्थन में हैं। हालांकि, इस बारे में अभी आधिकारिक निर्णय लिया जाना बाकी है। सत्र के दूसरे चरण में सरकार का ध्यान मुख्य रूप से वित्त विधेयक और वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों को पारित कराने पर होगा।


यह विधेयक हो सकते हैं पारित
 इन अनिवार्य एजेंडा के अलावा, सरकार ने इस सत्र में कई विधेयकों को भी पारित कराने के लिए सूचीबद्ध किया है। सरकार ने जिन विधेयकों को सूचीबद्ध किया है, उनमें पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, राष्ट्रीय वित्त पोषण अवसंरचना और विकास बैंक विधेयक, विद्युत (संशोधन) विधेयक, क्रिप्टो करेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा नियमन विधेयक शामिल हैं।


29 जनवरी को शुरू हुआ था पहला चरण
बजट सत्र का दूसरा चरण ऐसे समय हो रहा है, जब सभी सियासी दलों का ध्यान पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों पर है। इन राज्यों में मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं। बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी को शुरू हुआ था। इसके तहत, केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया गया था।

 

vasudha

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