इंस्टाग्राम ग्रुप पर गैंगरेप की प्लानिंग करने के मामले में स्कूली छात्र को पकड़ा गया, 20 की हुई पहचा

Tuesday, May 05, 2020 - 09:56 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने छात्रों के एक इंस्टाग्राम ग्रुप की चैटिंग की जांच शुरू कर दी है। खबरों के मुताबिक, छात्र इस ग्रुप में छात्राओँ के साथ रेप की बात कर रह थे। दिल्ली के एक स्कूली छात्र को हिरासत में लिया गया है। उसके मोबाइल को जब्‍त कर लिया गया है, जबकि मामले से संबंधित 20 और छात्रों की पहचान कर ली गई है। गौरतलब है कि 'बोइस लॉकर रूम' नाम के ग्रुप का इस मामले में नाम सामने आया था। इस मामले को लेकर लोगों के बीच काफी गुस्‍सा और नाराजगी थी। इस ग्रुप को अब डिएक्‍टिवेट कर दिया गया है।

दिल्‍ली के एक मशहूर स्‍कूल के छात्र ने 20 और लोगों के नाम बताए हैं जो इस ग्रुप में एक्टिव थे। इसके मोबाइल फोन को दिल्‍ली पुलिस के साइबर सेल ने जब्‍त कर लिया है और इसकी जांच की जा रही है। माना जा रहा कि दक्षिणी दिल्ली के चार या पांच स्कूलों के कक्षा 11 और 12 के छात्र इस ग्रुप में शामिल थे। ये सभी स्‍कूली छात्र रेप, सेक्‍स और इससे जुड़े अन्‍य मुद्दों पर चर्चा किया करते थे। पुलिस के साइबर-क्राइम डिवीजन ने इस ग्रुप की चैंटिंग के विवरण को लेकर फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम को भी लिखा है।

रविवार को यह विवादित और हर किसी को हैरान करने वाला मामला सामने आया था जब कई सोशल मीडिया यूजर्स ने 'बोइस लॉकर रूम' की चैंटिंग के स्‍क्रीनशॉट इंस्‍टाग्राम और ट्विटर पर पोस्‍ट किए थे। ये स्‍क्रीनग्रेब दिल्‍ली के शीर्ष स्‍कूलों के कुछ छात्रों के थे जिसमें कुछ स्‍कूली छात्राओं के फोटोज उनकी सहमति के बिना पोस्‍ट किए गए थे और ऐसे आपत्तिजनक कमेंट्स किए गए थे जिन्‍हें यहां लिखा भी नहीं जा सकता। अपने ही सहपाठियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के इर्द-गिर्द घूमती कई चैटिंग इन किशोरों की कुंठा को उजागर करती है।

रेप जैसे विषय को इतने सामान्‍य तरीके से लेने की इनकी प्रवृत्ति समाज के लिए चिेता का विषय हो सकती है। इस मुदृदे को लेकर बड़ी संख्‍या में लोगों ने ट्विटर सहित अन्‍य सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर हैशटैग #BoysLockerRoom के साथ बड़ी संख्‍या में पोस्‍ट करके अपनी चिंता का इजहार किया। स्क्रीनशॉट्स पोस्ट करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स के अनुसार, "बोइस लॉकर रूम" के सदस्यों ने उन महिलाओं की निर्वस्‍त्र तस्वीर फोटो लीक करने की धमकी दी, जिन्होंने उन्हें रिपोर्ट किया और एक दूसरा ग्रुप बनाया।

Yaspal

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