Rajasthan: स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की दर्दनाक मौत, PM मोदी ने हादसे पर जताया दुख
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 01:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राजस्थान में स्कूल की इमारत गिरने की घटना में 7 छात्रों की मौत पर दुख जताया। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। बता दें कि आज शुक्रवार को सुबह राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढह गया, जिससे 7 बच्चों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
The mishap at a school in Jhalawar, Rajasthan, is tragic and deeply saddening. My thoughts are with the affected students and their families in this difficult hour. Praying for the speedy recovery of the injured. Authorities are providing all possible assistance to those…
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2025
PM मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट शेयर कर कहा, ‘‘राजस्थान के झालावाड़ में एक स्कूल में हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित छात्रों और उनके परिवारों के साथ है।'' उन्होंने कहा, ‘‘घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्राधिकारी पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।''
CM भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री ने जताया दुख
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "झालावाड़ के पीपलोदी में स्कूल की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। ईश्वर दिवंगत दिव्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें।"
प्रार्थना के दौरान हुआ हादसा, जांच के आदेश
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब पीपलोदी गांव के सरकारी स्कूल में बच्चे प्रार्थना के लिए खड़े थे। इसी दौरान अचानक से स्कूल की छत भरभरा कर गिर गई। घटना के समय स्कूल में करीब 38 बच्चे मौजूद थे। इस घटना ने सरकारी स्कूलों की जर्जर इमारतों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने इस पूरे मामले की गहन जाच कराने के आदेश दिए हैं, ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।