SCCEC ने भागवत के अमेरिका दौरा का किया विरोध, वीजा रद्द करने की उठाई मांग

Saturday, Sep 01, 2018 - 04:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत 7 से 9 सितंबर को अमेरिका के शिकागो में विश्व हिंदू सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। हालांकि सिख कोरडिनेशन कमेटी ईस्ट कोस्ट ने उनके अमेरिका दौरे का विरोध किया है। SCCEC ने अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक सचीव को पत्र लिखकर भागवत का वीजा रद्द करने की मांग उठाई है। 


SCCEC ने मीडिया प्रवक्ता हरजिंद्र सिंह ने पत्र में कहा कि वह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से अनुरोध करते हैं कि भारत के अल्पसंख्यकों की हत्याओं के लिए भागवत को वीजा न दिया जाए। उन्होंने कहा कि भागवत ने सरेआम ​हिंदुत्व का नारा देकर हिंदू राष्ट्र बनाने की अपनी मंशा जाहिर की है। पत्र में लिखा कि आरएसएस प्रमुख ने कई जगह भारत के सभी अल्पसंख्यक धर्मों को हिंदू करार दिया है जिसमें न केवल मुस्लमान बल्कि ईसाई, सिख और बौद्ध भी शामिल हैं। 


हरजिंद्र सिंह ने कहा कि आरएसएस ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का एजेंडा भी तैयार किया है। पत्र में आरोप लगाया कि आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने गोरक्षा के नाम पर कई लोगों की जान ली है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजनीतिक करियर भी आरएसएस कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुआ था। इन घटनाओं में उनका भी समर्थन है। यही नहीं प्रशासन और पुलिस भी इन घटनाओं को नजरअंदाज कर रही है।


पत्र में लिखा कि CIA ने अपनी एक किताब में भी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को आतंकवादी धार्मिक संगठन करार दिया है और आरएसएस को राष्ट्रवादी संगठन बताया है। हरजिंद्र सिंह ने कहा कि भागवत विश्व हिंदू सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका आ रहे हैं। वे यहां भी इस तरह की भावनाओं को बढ़ावा देंगे। इसलिए वे सरकार से अनुरोध करते हैं कि उनका वीजा रद्द कर दिया जाए। 
 

vasudha

Advertising