Supreme Court ने कपल से कहा- डिनर डेट पर जाइए, खर्च हम उठाएंगे, तलाक नहीं रिश्ते को मौका दीजिए
punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 02:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तलाक की प्रक्रिया से गुजर रहे एक कपल को दिल को छू लेने वाली सलाह दी है। कोर्ट की इस सलाह ने सभी का ध्यान खींचा। कोर्ट ने उनसे कहा कि वे कोर्टरूम के बाहर शांत माहौल में अपने मतभेदों पर बात करें और उन्हें सुलझाने की कोशिश करें। इसी के साथ उन्हें आज रात डिनर पर जाने की भी सलाह दी, क्योंकि उनके विवाद का असर उनके तीन साल के बच्चे पर भी पड़ रहा है।
कोर्ट ने जताई गहरी चिंता-
जस्टिस बी वी नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच के सामने यह मामला तब आया जब एक फैशन उद्यमी पत्नी ने अपने तीन साल के बेटे को विदेश यात्रा पर ले जाने की अनुमति मांगी थी। दंपत्ति का तलाक का मामला पहले से ही चल रहा है और वे बेटे की कस्टडी को लेकर भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। कोर्ट ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि माता-पिता के बीच चल रहे इस विवाद का बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो उसके भविष्य के लिए ठीक नहीं है। बेंच ने दंपत्ति से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया।
कोर्ट की अनोखी पहल-
बेंच ने दंपत्ति से कहा, "आपका तीन साल का बच्चा है। दोनों पक्षों के बीच अहंकार की क्या बात है? हमारी कैंटीन इसके लिए इतनी अच्छी नहीं हो सकती, लेकिन हम आपको एक और ड्रॉइंग रूम मुहैया करा देंगे। आज रात खाने पर मिलें। कॉफी पर बहुत कुछ बात बन सकती है।"
कोर्ट ने हल्के-फुल्के अंदाज में अपनी कैंटीन के खाने की गुणवत्ता पर टिप्पणी करते हुए उन्हें एक आरामदायक माहौल देने की कोशिश की, ताकि वे खुलकर बात कर सकें। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि मतभेदों को हल करने के लिए बातचीत बहुत ज़रूरी है।
अतीत को भूल, भविष्य पर ध्यान दें: SC
कोर्ट ने दंपत्ति से कहा कि वे अतीत को एक कड़वी गोली की तरह निगल लें और भविष्य के बारे में सोचें। सुप्रीम कोर्ट ने एक सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जताते हुए मामले की सुनवाई मंगलवार के लिए स्थगित कर दी। पीठ ने कहा, "हमने दोनों पक्षों को एक-दूसरे से बातचीत करने और कल अदालत में पेश होने का निर्देश दिया है।" कोर्ट ने दंपत्ति को यह एहसास दिलाया कि छोटे-छोटे प्रयासों से भी काफी सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।