Satyaki Dwapar Ka Ajey Yodha : बॉलीवुड के सुर और साहित्य की कलम ने किया सात्यकि को सलाम
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 12:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में फिल्म निर्देशक और लेखक दुष्यंत प्रताप सिंह (Dushyant Pratap Singh) द्वारा लिखित पुस्तक "सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा" (Satyaki Dwapar Ka Ajey Yodha) का शानदार विमोचन बॉलीवुड एक्टर मुकेश खन्ना द्वारा किया गया, जिसने पौराणिक प्रेमियों और ऐतिहासिक चरित्रों में रुचि रखने वाले पाठकों के बीच नई उत्सुकता जगा दी है। यह पुस्तक महाभारत के वीर योद्धा सात्यकि के जीवन, शौर्य और संघर्ष को समर्पित है, जिन्हें इतिहास में अपेक्षित मान-सम्मान नहीं मिल पाया।
पौराणिकता और आधुनिकता का सुंदर संगम
Satyaki Dwapar Ka Ajey Yodha पुस्तक को लेकर बॉलीवुड के कई प्रसिद्ध कलाकारों ने उत्साह जताया और लेखक की कल्पनाशीलता तथा शोध क्षमता की भरपूर सराहना की है। लेखनी की गहराई और विषय की गंभीरता ने कला और साहित्य से जुड़े लोगों को गहराई से प्रभावित किया है।
आसमा सैयद : "खोए हुए योद्धा की एक जीवंत गाथा"
वेब सीरीज की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बना चुकीं आसमा सैयद ने पुस्तक की तारीफ करते हुए कहा,यह सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि समय की परतों में दबी एक महान गाथा को नए युग में जीवंत करने का प्रयास है। लेखक ने इतिहास और कल्पना को इस तरह पिरोया है कि पाठक हर पृष्ठ पर रोमांचित होता है।”
पंकज बेरी : "सात्यकि को मिला उसका स्थान"
वरिष्ठ अभिनेता पंकज बेरी ने इस रचना को अद्वितीय बताते हुए कहा, “सात्यकि जैसा वीर पात्र अक्सर पौराणिक कथाओं में पीछे छूट जाता है। लेकिन इस पुस्तक ने न केवल उसे उचित सम्मान दिया, बल्कि पाठकों के सामने उसे एक जीवंत योद्धा के रूप में प्रस्तुत किया है। Dushyant Pratap Singh को मेरी ढेरों शुभकामनाएं।”
तृप्ति शाक्या : "एक आध्यात्मिक और ऐतिहासिक खोज"
भक्ति संगीत की प्रसिद्ध गायिका तृप्ति शाक्या ने पुस्तक प्राप्त करते ही अपने उत्साह को साझा करते हुए कहा, “मैं हमेशा से इस योद्धा के बारे में जानना चाहती थी। मेरे मन में उससे जुड़े कई सवाल थे और मुझे पूरा विश्वास है कि यह पुस्तक उन सभी प्रश्नों के उत्तर देगी। यह एक आध्यात्मिक यात्रा के समान है।”
अर्जुमन मुगल : "प्रेरणा से भरपूर कृति"
बॉलीवुड अभिनेत्री अर्जुमन मुगल ने ‘सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा’ को पढ़ने की सिफारिश करते हुए इसे एक प्रेरणादायक पुस्तक बताया। “यह रचना हमें यह समझाने में सफल होती है कि नायक केवल वह नहीं होता जो प्रसिद्ध हो, बल्कि वह होता है जो सत्य और धर्म के मार्ग पर अडिग रहे।”
उल्का गुप्ता : "लंबे समय से था इस पुस्तक का इंतजार"
लोकप्रिय अभिनेत्री उल्का गुप्ता ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, मैं इस किताब की प्रतीक्षा कर रही थी और अब जब यह सामने है, तो इसे पढ़ना मेरे लिए अत्यंत आवश्यक है। मैं अपने प्रशंसकों से भी अपील करती हूं कि वे इस प्रेरक गाथा को जरूर पढ़ें।”
एक नई सोच, एक नया नायक
"सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा" केवल पौराणिक कथाओं की पुनरावृत्ति नहीं, बल्कि एक विलुप्त होते जा रहे चरित्र को फिर से समाज के समक्ष रखने का प्रयास है। दुष्यंत प्रताप सिंह ने जिस समर्पण और शोध के साथ यह पुस्तक लिखी है, वह आधुनिक साहित्य में एक सराहनीय योगदान है। इस किताब ने यह साबित कर दिया है कि इतिहास के पन्नों में दबी आवाज़ें भी कभी-कभी इतनी बुलंद होती हैं कि वे वर्तमान को झकझोर सकती हैं। और सात्यकि की गाथा, निश्चित ही एक ऐसी ही बुलंद आवाज़ बनकर सामने आई है।