शत्रुघ्न सिन्हा को केंद्रीय मंत्री का जवाब, कहा- BJP से तीन तलाक लीजिए

punjabkesari.in Saturday, Feb 03, 2018 - 06:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: यशवंत सिन्हा के गैर राजनीतिक प्लेटफॉर्म 'राष्ट्र मंच' से जुड़ने के बाद बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बयानों का शनिवार को केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने जवाब दिया। अपने जवाब में बाबुल सुप्रियो ने कहा कि अगर उन्हें इतनी नफरत है तो क्यों रोजाना संसद में आकर बैठते हैं? तीन तलाक लीजिए और खुद बीजेपी छोड़ दीजिए। पिछले दिनों शत्रुघ्न ने अपने बयान मं कहा था कि बीजेपी में हमेशा उन्हें अनदेखा किया गया। उन्हें बोलने के सिवाय कभी कोई काम नहीं दिया गया।

खामोश बोलने की जरूरत ही क्यों?
बाबुल सुप्रियो ने निशाना साधते हुए कहा है कि ''शत्रुघ्न सिन्हा जी को बोलना चाहता हूं कि आपको इतनी नफरत है तो क्यों रोज आकर संसद में बैठते हैं? क्यों ऐसे हालात पैदा करते हैं कि दूसरों को आपके लिए 'खामोश' बोलना पड़े। ड्रेसिंग रूम की बात वहीं रहनी चाहिए। आप तीन तलाक दीजिए और खुद बीजेपी छोड़ दीजिए।''इससे पहले शत्रुघ्न ने कहा था कि बीजेपी में उन्हें सौतेले बेटे की तरह महसूस होता था। अब वो खुली हवा में सांस लेने वाले आजाद शख्स हैं। ये सही है कि बीजेपी ने मुझे बोलने के अलावा कोई दूसरा काम करने ही नहीं दिया।

देश की बेहतरी के लिए काम कर सकूंगा: शत्रुघ्न
यशवंत सिन्हा ने कई बार मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने पिछले दिनों राष्ट्र मंच नाम का गैर सियासी संगठन बनाया है। इसमें शत्रुघ्न भी शामिल हैं। शत्रुघ्न ने शुक्रवार को कहा था- मैं बता नहीं सकता कि अब मैं कितना आजाद महसूस कर रहा हूं। खुली हवा में सांस लेने का मजा ही कुछ और है। अब मैं देश की बेहतरी के लिए भी काम कर सकूंगा। अपनी बात खुलकर कह सकूंगा। जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी ने आपको कभी बोलने से तो नहीं रोका? इस पर शत्रुघ्न ने कहा- उन्होंने बोलने के अलावा मुझे और कोई काम करने भी तो नहीं दिया। मैं अपनी पेरेंट पार्टी में स्टेपसन (सौतेला बेटा) की तरह महसूस करता था।

सही मायनों में बदलाव आएगा
शत्रुघ्न ने कहा कि राष्ट्र मंच कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। यानी ये कोई पॉलिटिकल पार्टी नहीं है। हम समाज में बदलाव के लिए काम करेंगे। लेकिन, ये बदलाव जुबानी जमाखर्च नहीं होंगे। बल्कि, हकीकत में बदलाव लाए जाएंगे। किसानों की खुदकुशी और फाइनेंशियल इश्यूज पर हम काम करेंगे। गरीबों की परेशानियों को कैसे खत्म किया जाए? इस पर भी विचार होगा। इसके अलावा बेरोजगारी, इंटरनल और एक्सटर्नल सिक्युरिटी भी हमारे एजेंडे में होंगे।

पार्टी विरोधी नहीं ​बल्कि देशहित में राष्ट्र मंच
शत्रुघ्न से जब ये पूछा गया कि क्या उनको वास्तविक मुद्दों पर काम करने दिया जाएगा? इस पर उन्होंने कहा- क्यों नहीं। आखिर हमारे देश के एक्शन हीरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तो रिफॉर्म्स चाहते हैं। राष्ट्र मंच के लॉन्चिंग अवसर पर शत्रुघ्न ने कहा था कि वे इस फ्रंट (राष्ट्र मंच) में शामिल हुए, क्योंकि उन्हें अपनी ही पार्टी में विचार रखने का मंच नहीं मिला। लेकिन उन्होंने साफ किया कि इस फैसले को पार्टी विरोधी गतिविधि के तौर पर ना लिया जाए। यह तो देशहित में उठाया गया एक कदम है।


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