चीन की साजिश बेनकाब: भारत के साथ झूठ बोलकर LAC पर निर्माण किया तेज (Pics)

Monday, Jun 29, 2020 - 01:24 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की दोगली कार्रवाईयां सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। भारत-चीन सीमा विवाद पर तो इस वक्त पूरे विश्व की नजरें टिकी हुई हैं। सैन्य कमांडरों की बैठक में एक तरफ चीन भारत के साथ तनाव कम करने और पीछे हटने पर सहमति व्यक्त करता रहा है तो दूसरी तरफ उसकी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा के निकट अपने निर्माण कार्य को तेज करती जा रही है। चीन की इस साजिश की पोल उपग्रह की तस्वीरों ने खोल दी है।

इन तस्वीरों से साफ हो गया है कि छह जून को बनी सहमति के बाद भी चीन LAC पर निर्माण करता रहा है। सैटेलाइट कंपनी मैक्सर टेक्नोलॉजी द्वारा हाल में जारी तस्वीरों से यह भी स्पष्ट होता है कि चीन द्वारा गलवान घाटी के निकट उस क्षेत्र में लगातार निर्माण किए जा रहे हैं जिस पर भारत का दावा है। यह निर्माण 22 मई के बाद तेजी से किए गए। इस बीच 6 जून को दोनों देशों के बीच पूर्व की स्थिति में लौटने पर सहमति बनी, लेकिन इसके बावजूद गलवान घाटी में चीन का निर्माण जारी रहा। मैक्सर टेक्नोलॉजीज की तरफ से 23 जून तक की जो तस्वीरें जारी की गई हैं, उनमें गलवान नदी के तट पर बड़े पैमाने पर निर्माण को दिखाया गया है, जबकि 22 मई की तस्वीरों से निर्माण शुरू होने के संकेत मिलते हैं।

लेकिन 23 जून की तस्वीरों से साफ है कि बातचीत की प्रक्रिया जारी रहने के बावजूद निर्माण जारी रखे गए। 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी संघर्ष के बावजूद चीन का निर्माण जारी रहा और तस्वीर में चीनी द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए निर्माण साफ नजर आते हैं। मैक्सर टेक्नोलॉजीज के वाइस प्रेसीडेंट स्टीव वुड की तरफ से भी दावा किया गया है कि कई निर्माण 15 जून की खूनी झड़प के पास हुए हैं। चीन ने जहां सैन्य बेस बनाया है, वहां से निकलने वाली एक सड़क के आखिर में एलएसी की तरफ एक आउटपोस्ट हाल में बनाई गई है। सैन्य सूत्रों की तरफ से भी इस बात की पुष्टि की गई है। साथ ही यह भी आशंका प्रकट की गई है कि चीन की ये गतिविधियां जारी हैं।

Tanuja

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