ड्राइवर से मारपीट: खाकी पर सवाल, बैकफुट पर पुलिस

Tuesday, Jun 18, 2019 - 09:17 AM (IST)

नई दिल्ली: वायरल वीडियो में जिस तरह से चालक सरबजीत कृपाण निकाल पुलिसकर्मियों से बात कर रहा है और गुस्सा दिखा रहा है, उसके बाद जिस तरह से उसकी पिटाई की जा रही है। ये सच का एक पहलू है। सूत्रों के मुताबिक इससे पूर्व सरबजीत से वीडियो में मौजूद पुलिसकर्मी ने रिश्वत मांगी थी, जो उसने नहीं दी। जिसके बाद से इस मामले ने तूल पकड़ा। करीब आधे घंटे तक मुखर्जी नगर मेन रोड पर चालक को पुलिस पीटती रही। इस दौरान चालक को कोई लाठी से मार रहा था, कोई डंडे से तो कोई लात-घूसों से।  

क्या पुलिस ने मांगी थी रिश्वत? 
बीते रविवार को एक ऑटो चालक की पिटाई के बाद से राजनीतिक मंच हो या फिर सोशल मीडिया, दोनों पर ही दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और उनके शीर्ष अधिकारी निशाने पर हैं। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंद्रर सिंह और सिख समुदाय ने जिस तरह से पुलिस वर्दी को निशाने पर लिया है, उससे साफ जाहिर है कि दिल्ली पुलिस ने जिन हालातों में भी ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत की पिटाई की, वह पूर्णतया गलत है। मामले में जहां तीन पुलिसकर्मी अब निलम्बित हैं, वहीं एक एसीपी केजी त्यागी असप्ताल में हैं। डीसीपी नार्थ वेस्ट विजयंता आर्य, जिन्हें सिंघम भी कहा जाता रहा है वे एक वायरल वीडियो में किस तरह लोगों के बीच गिड़गिड़ाते हुए अपने महकमे की गलती स्वीकार कर रही हैं। 


क्रॉस एफआईआर हुई दर्ज
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले में सोमवार को सरबजीत सिंह और घायल एएसआई संजय मालिक की शिकायत पर क्रॉस एफआईआर दर्ज हुई। दोनों का मेडिकल कराया गया। जिसमें सरबजीत के लाठियों के कई निशान थे। जबकि संजय मालिक के सिर आदी पर कृपाण का निशान था। पुलिस ने सरबजीत से वारदात में इस्तेमाल कृपाण को जब्त कर लिया है। जबकि कई चश्मदीदों को गवाह बनाने की कोशिश की जा रही है। कुछ पुलिस वालों पर गिर सकती है गाज: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात के बाद अभी तीन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है। जबकि पीड़ित ने कई और पुलिस वालों पर आरोप लगाया है। जिसको देखते हुए अगर जांच में कुछ और पुलिस वाले दोषी पाए जाते हैं तो उनपर भी गाज गिर सकती है। जबकि जांच में अगर कुछ अन्य बातें सामने आई तो दोनों तरफ एफआईआर में धाराओं को जोड़ा जाएगा। 



थाने के गेट कर दिए थे बंद
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात के बाद आसपास के थानों से पुलिस बल को बुला लिया गया था। लोगों के गुस्से को देखते हुए थाने के बाहर बेरिकेड्स लगाकर थाने के दरवाजे को भी बंद कर दिया गया था। क्योंकि सैंकड़ों लोगों ने बेरिकेडस पार कर थाने में घुसने की कोशिश की थी। दो अलग-अलग मामले दर्ज : मामले में पुलिस ने दो केस दर्ज किए हैं। एक मामले में ड्राइवर सरबजीत को पीड़ित बनाया गया है, तो दूसरे में वह आरोपी बना है। इन दोनों ही मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है। इसके अलावा रविवार को शुरू हुई इस घटना से लेकर देर रात तक चले हंगामे के दौरान जो कुछ भी हुआ, उसकी एक अलग जांच नार्दन रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त अपने स्तर पर करेंगे। दिल्ली पुलिस प्रवक्ता मधुर वर्मा ने सोमवार शाम इस पूरे मामले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है। दोनों ही केस की तफ्तीश क्राइम ब्रांच के हवाले की है, इस वजह से जांच करने वाले पुलिस अधिकारी ही अपने स्तर पर गिरफ्तारी या कानूनी कार्रवाई करने को लेकर फैसला लेंगे। 

पगड़ी को लात मारने पर लोगों में रोष
सरबजीत को जब सड़क पर गिराया गया, उनकी पगड़ी सड़क पर गिर गई थी। पुलिस वालों ने उनकी पगड़ी को उठाया नहीं। उसमें पैर मारकर उसको साइड करने की कोशिश की। उसी पगड़ी को एएसआई के सिर से निकल रहे खून को बंद करने के लिए उसका इस्तेमाल किया गया। यह मामला भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 

पुलिस का दावा, टक्कर मारी और सरबजीत ने की अभद्रता
 मुखर्जी नगर थाने में एएसआई योगराज और सिपाही महेश तैनात थे। दोनों पुलिस की जिप्सी में सवार होकर गश्त पर निकले थे। उस दौरान सिपाही महेश जिप्सी चला रहा था। पुलिस के बयानों के मुताबिक अचानक एक ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत ने जिप्सी में टक्कर मार दी। एएसआई योगराज ने इसका विरोध किया। योगराज और सरबजीत में कुछ मिनटों तक हुई बहस के बाद सरबजीत ने योगराज पर कृपाण से हमला कर दिया। जब सिपाही महेश ने बीच बचाव करने की कोशिश की तभी सरबजीत के नाबालिग बेटे ने महेश को ग्रमीण  सेवा से टक्कर मार दी। जिससे वह भी घायल हो गया। जब इस मामले की खबर मिलते ही अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे, तब आरोपी ने एएसआई की गिरेबान पकड़ रखी थी और वह लगातार उस पर हमला कर रहा था। उस दौरान पुलिस द्वारा ग्रमीण चालक की पिटाई का वीडियो किसी ने बनाकर वायरल कर दिया। पीड़ित पक्ष सहित सिख समुदाय के लोगों ने कहा है सरबजीत से जिप्सी पर सवार लोग रिश्वत मांग रहे थे।  

अब तक हुई कार्रवाई 

  • दोनों तरफ से मिली शिकायत के बाद अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है
  • ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत की शिकायत पर अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट और चोट पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया गया है
  • कांस्टेबल मुकेश की शिकायत पर चालक सरबजीत और उसके बेटे के खिलाफ 186,353 और 332/34 की धाराओं में केस दर्ज किया गया है
  • मुखर्जी नगर थाने के एएसआई संजय मलिक, देवेंद्र और सिपाही पुष्पेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया है
  • एएसआई योगराज और चालक सरबजीत की एमएलसी रिपोर्ट अभी पेंडिंग है, रिपोर्ट आने के बाद कुछ और धाराओं को जोड़ा जाएगा 
  • पूरे घटनाक्रम की जांच संयुक्त आयुक्त नॉर्थर्न रेंज मनीष कुमार अग्रवाल को दी गई, जिनकी जांच के बाद कई और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाएगा 
  •  दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने पंद्रह दिनों के अंदर अधिकारियों से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है 
  • शुरुआती जांच में दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और चश्मदीदों से  पूछताछ के बाद चालक सरबजीत को ही पूरे घटनाक्रम का जिम्मेदार मान रही है लेकिन सभी के बयानों को वेरीफाई करने के बाद ही साफ हो पाएगा।  

Anil dev

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