संघ ने भारतबंद के दौरान हुई हिंसा को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, शांति सौहार्द बनाए रखने की अपील

Monday, Apr 02, 2018 - 07:52 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर सोमवार दलित संगठन द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर दुख जताया है और लोगों से शांति सौहार्द बनाए रखने की अपील की। आरएसएस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आड़ में संघ के खिलाफ दुष्प्रचार की कोशिश की जा रही है। यह बिल्कुल आधारहीन और निंदनीय है।

आरएसएस ने की शांति सौहार्द बनाने की अपील
आरएसएस सरकार्यवाहक भैय्या जोशी ने कहा कि एससी/एसची एक्ट के प्रयोग पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर हो रही हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और संयम से काम करने और किसी भी तरह के बहकावे में न आने की अपील की। भैय्या जी जोशी ने शांति का अनुरोध करते हुए कहा कि संघ समाज के सभी प्रबुद्ध लोग समाज में परस्पर सौहार्द बनाए रखने में अपना योगदान दें और समाज भी किसी प्रकार के बहकावे में आकर परस्पर प्रेम और विश्वास बनाए रखते हुए किसी प्रकार के दुष्प्रचार का शिकार न हों।

कानूनों का कठोरता से होना चाहिए पालन-जोशी
भैय्या जी ने कहा कि आरएसएस जाति के नाम पर किसी से भी भेदभाव या अत्याचार के खिलाफ संघ सदैव विरोध करता आया है, इस प्रकार के अत्याचारों को रोकने के लिए बनाए गए कानूनों का कठोरता से पालन किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एससी/एसटी एक्ट में फैसला देते हुए कहा कि इस कानून के तहत तत्काल गिरफ्तारी न की जाए और एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज होने वाले मामलों में अग्रिम जमानत को भी मंजूरी दी थी। अदालत ने फैसले में कहा कि इस कानून के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी की बजाय पुलिस को सात दिन के अंदर जांच करनी चाहिए और फिर आगे कार्रवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी अपॉइंटिंग अथॉरिटी की मंजूरी के बिना नहीं की जा जाएगी और गैर सरकारी कर्मी की गिरफ्तारी से पहले एसएसपी की मंजूरी जरूरी होगी। 


 

Yaspal Singh

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