मध्यप्रदेश: सीएम के ही विधानसभा में रेत माफिया ने बना दी नर्मदा में 5 किमी सड़क-Video

Sunday, Apr 08, 2018 - 04:04 PM (IST)

मध्यप्रदेश (सीहोर): चिराग तले अंधेरा, यह कहावत सीएम शिवराज सिंह चौहान पर सटीक बैठ रही है। एक तरफ शिवराज सिंह अवैध खनन रोकने के बड़ बड़े दावे करते नहीं थकते हैं, वहीं दूसरी ओर उनके ही गृह जिले में रेत माफियों ने उनके दावों को चुनौती देते हुए नर्मदा के तटों को छलनी करने का काम जारी रखा है। मध्यप्रदेश में रेत माफिया हावी है और प्रशासन के साथ गठजोड़ किसी से छिपा नहीं है। हाल ही में सीधी में एक थाना प्रभारी और रेत माफिया के ऑडिओ के वायरल होने के बाद ये नजर आया की पुलिस ही रेत माफिया को संरक्षण दे रही है। अब हम आपको मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के गृह जिले सीहोर की तस्वीर दिखा रहे हैं जहां रेत माफिया पर प्रशासन का कोई जोर नही चल रहा है। सीहोर में रेत माफिया इस तरह हावी है की उन्होंने 5 किलोमीटर की सड़क रेत का उत्खनन कर के ही बना दी है, जिसकी प्रशासन की ओर से मूक स्वीकृति मिली हुई है।

सीएम को मिली चुनौती
मुख्यमंत्री की विधानसभा बुधनी के ग्राम बड़गांव, छिदगांव में  रेतमाफिया किस कदर हावी है वो तस्वीरों से साफ है। यहाँ पर नर्मदा नदी में रोड बना कर जेसीबी मशीनों से खनन करने का काम सरेआम किया जा रहा है। जेसीबी को नर्मदा में उतार दिया गया है जिससे यहाँ  रेत माफिया नर्मदा को छलनी करते जा रहे हैं। बड़ी और हैरत की बात यह है कि प्रशासन इस पूरे मामले में चुप्पी साध कर अपनी मौन स्वीकृति प्रदान देने की मुद्रा में है।

विपक्ष की नजर सीहोर पर 
सीहोर जिला  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है, जहां पर हमेशा विपक्ष की नजर होती है। नर्मदा यात्रा निकालने के बाद भी सीहोर जिले में नर्मदा नदी से अवैध उत्खनन लगातार जारी है। रेहटी की आने वाली ग्राम पचायत बडगाव छीदगाव मे नर्मदा नदी मे मशीन डालकर और नर्मदा नदी में रोड बनाकर तेजी से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिससे राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। ग्राम पंचायत बडगांव खदान देने के बाद से  रोड बनाकर खुद नर्मदा को छलनी कर रहे  है। रेतमाफिया और सरपंच मिलकर इस कारोबार को अंजाम दे रहे हैं, कई बार इसकी जानकारी दी गई मगर प्रशासन और सरकार ने अपने घूटने माफियाओं के आगे टेक दिए हैं। अब देखना यह है जो बड़गांव  छीदगांव में रोड बनाकर नर्मदा नदी में रेत का अवैध उत्खनन कर रहे क्या प्रशासन कार्रवाई करता है या फिर छोटी-मोटी कार्रवाई करके रुक जाता है।

ASHISH KUMAR

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