MBA की पढ़ाई कर गूगल में किया काम, अब नौकरी छोड़ बेच र​हा है समोसा

Tuesday, Feb 04, 2020 - 01:47 PM (IST)

बिजनेस डेस्क: गूगल जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी करना हर किसी का सपना होता है, लेकिन ऐसे बहुत कम लोग हैं जो अपने इस सपने को पूरा कर पाते हैं। ऐसे ही एक शख्स थे मुंबई के रहने वाले मुनाफ कपाड़िया। मुनाफ ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद 2011 में गूगल में सेल्स डिपार्टमेंट ज्वाइन किया। उनके पास अच्छा करियर था लेकिन कुछ सालों बाद ही उन्होंने गूगल की नौकरी छोड़ दी। उनके इस फैसले की वजह जानकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल मुनाफ ने गूगल की अपनी नौकरी छोड़कर समोसा बेचने का काम शुरू किया। भले ही सुनकर अजीब लगे, लेकिन मुनाफ ने ऐसा करके मिसाल कायम कर दी। 

मुनाफ दाऊदी बोहरा समुदाय से ताल्लुक रखते है इसलिए उन्होंने अपनी फर्म को नाम दिया 'द बोहरी किचन' रखा। जनवरी 2015 में काम की शुरुआत के कुछ समय बाद ही उनकी फर्म का टर्नओवर लाखों में पहुंच गया। समोसा बेचने के लिए गूगल की नौकरी छोड़ना हैरान करने वाला तो जरुर है लेकिन इसके पीछे की कहानी बहुत दिलचस्प है। इतना ही नहीं इस पूरे कारोबार की शुरुआत मुनाफ और उनकी मां नफीसा के बीच टीवी को लेकर एक छोटी बहस से हुई।  

 

कैसे आया समोसे बेचने का ख्याल? 
एक इंटरव्यू में मुनाफ ने बताया कि 'छुट्टी के दिन मैं घर पर टीवी देख रहा था इतने में मम्मी आईं और उन्होंने चैनल बदलकर सास-बहू वाला शो लगा लिया। मैंने मम्मी को बोला कि आपने चैनल क्यों बदला? तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कुछ करने के लिए नहीं है इसलिए मैं टीवी देख रही हूं। इसके बाद हमारी फैमली ने सोचा कि हमें मम्मी को बिजी रखने के लिए कुछ करना पड़ेगा। मैंने सोचा क्यों न रेस्टोरेंट खोला जाए लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि मिडिल क्लास फैमली के लिए मुंबई रेस्टोरेंट खोलना इतना आसान नहीं है। तो मैंने अपने कुछ दोस्तों को ईमेल और मैसेज भेजकर घर पर बुलाया और मम्मी के हाथ का बनाकर खाना खिलाया। लोगों को मम्मी के हाथ का बना खाना पसंद आया बस वहीं से मैंने इसी काम को आगे बढ़ाने की सोची।'

समोसे की खासियत के बारे में मुनाफ ने कहा 'मेरी मम्मी वैसे तो बहुत सी डिशेज बनाती हैं और सबको पसंद भी आती हैं लेकिन उनमें से सबसे खास है मटन कीमा समोसा जो लोगों को बहुत पसंद आया। इस कारोबार की शुरुआत के कुछ समय बाद ही मुनाफ की कहानी और उनके काम के इतने चर्चे हुए कि फोर्ब्‍स ने अंडर 30 अचीवर्स की लिस्‍ट में उनका नाम शामिल किया। हालांकि मुनाफ के लिए अपने कारोबार को मुकाम तक पहुंचाना इतना आसान नहीं था। उन्होंने बताया कि पहले 3 महीनों में उन्हे गूगल छोड़ने के अपने फैसले पर दुख हुआ। 2016 तक तो टैक्स और दूसरे खर्चे के बाद पैसे ही नहीं बचे थे।  मुनाफ ने कहा कि मैंने सोच लिया था अब 'द बोहरी किचन' और नहीं चल सकता। फेसबुक में नौकरी के लिए अप्लाई भी करने वाला था लेकिन उस समय फोर्ब्स का कॉल आया कि वे मुझे अचीवर्स लिस्ट में डाल रहे हैं। 

मुनाफ के मुताबिक इस फ़ोन कॉल ने उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया। इसके बाद उन्होंने अपने सोचने का तरीका बदला और कामयाबी पाई। मुनाफ बताते हैं समोसे के अलावा वे मटन समोसा, नरगिस कबाब, डब्बा गोश्त जैसी और भी डिशेज बनाते हैं। रोज आर्डर बुक करने वाले उनके रेग्युलर कस्टमर भी इन डिशेज को काफी पसंद करते हैं। इतना ही नहीं फिल्म इंडस्ट्री में भी उनके किचन का ही खाना जाता है।

vasudha

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