तिरंगे में लिपटे अपने जिगर के टुकड़े को देखकर रो पड़ी मां और बहन, शहादत पर गर्व

Monday, Dec 18, 2017 - 01:53 PM (IST)

साम्बा : कश्मीर के नौगाम सैक्टर में पिछले सात दिन से बर्फीले तुफान में दबे साम्बा जिला के बडला दियोनिया सरना के 21 वर्षीय डोगरा रैजीमैंट के जवान कौशल सिंह  पुत्र चुन्नी सिंह ने शहादत का जाम पी लिया और देश की रक्षा करते हुए बर्फीले तुफान में अपनी जान गवां दी। रविवार शाम 6 बजे के करीब कौशल सिंह का पाॢथव शरीर सेना द्वारा  उनके घर में पहुंचा दिया गया, जहां पर आज सोमवार को उनका उत्तरवाहिनी में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के शव  को लेकर जैसे  की सेना की गाड़ी उनके घर के बाहर पहुंची तो पहले से ही बड़ी संख्या में तैनात गांववासियों के सब्र का बांध टूट पड़ा और हर कोई रोने लगा। सडक़ से 300 मीटर की दूरी पर घर में जब सेना के जनाव कौशल का तिरंगे से लिपटे ताबूत में रखा शव लेकर पहुंचे तो महिलाएं चीख पुकार से रोने लगी।  


हर तरफ रोने की आवाज के बीच शहीद कौशल सिंह की माता मक्खनी देवी और बहन शीतल बेहोश ही हो गई, जिन्हें हर किसी के लिए सभालना मुशिकल था। उल्लेखनीय है कि कश्मीर में 12 दिसम्बर को जोरदार हिमस्खलन में 2 अलग-अलग जगहों पर कुल पांच जवान लापता हो गए थे, जिनमें तीन जवान तो वापिस अपने ठिकानों पर पहुंच गए, जबकि कुपवाड़ा जिले के नौगाम सैक्टर में 20 डोगरा रैजीमैंट के 2 जवान हिमस्खलन के बाद लापता हो गए। वहीं सेना द्वारा वहां पर लगातार तलाशने के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जिसके बाद शनिवार सुबह के समय कौशल सिंह का शव मिल गया था और उसके बाद सेना द्वारा वहां पर पूरी कार्रवाई करने के बाद आज शव उनके घर पहुंचाया गया। वहीं दूसरे जवान का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। गुढ़ा के उत्तरवाहिनी में पूरे सैनिक सम्मान के साथ कौशल सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
 

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