संत, समाधि और ज्वार

Saturday, Apr 09, 2016 - 07:58 PM (IST)

जयपुर :  चौमूं से आगे डोबलाई गांव के पास केरली की जोडी सिंगोद खुर्द में संत रामप्रकाश दास त्यागी ने फिर समाधि ले ली है। वह पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं। इस बार उन्होंने विश्वकल्याण के लिए यह समाधि ली है और समाधि की मिट्टी पर ज्वार उगाए हैं। नवरात्र में नौ दिनों तक पूरी तरह संत रामप्रकाश दास त्यागी अन्न-जल को ग्रहण नहीं करेंगे। वे 16 अप्रैल को समाधि से बाहर आएंगे। आपको बता दें कि गांव में ही 7 माह पहले आए महाराज ने पिछले नवरात्रों में भी समाधि ली थी। वे मिट्टी के बीच लेट जाते हैं और उसके बाद उन पर मिट्टी बिछाई जाती है। पानी और फिर उनके बताए गए मुहूर्त पर ज्वारे उगाए जाते हैं। संत को समाधि में देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते रहते हैं।

 

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