सबरीमला यात्रा: बुनियादी सुविधाओं को लेकर श्रद्धालुओं में चिंता

Monday, Nov 12, 2018 - 04:10 PM (IST)

सबरीमला: सबरीमला यात्रा शुरू होने में महज छह दिन बचे हैं और प्रशासन भगवान अयप्पा मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर तमाम इंतजाम करने में जुटा हुआ है। पूजा के लिए सभी आयु वर्ग की महिलाओं को उच्चतम न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। अक्टूबर और इस महीने की पूजा के दौरान मंदिर के खुलने पर पश्चिमी घाट में पेरियार बाघ संरक्षित क्षेत्र में स्थित मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर लोग विरोध कर रहे हैं। अगस्त में बाढ़ से भीषण तबाही के बाद पहली बार ‘मंडल मक्कारविलक्कू’ पूजा होगी।  बाढ़ की वजह से पंबा में ठहरने के स्थान, शौचालय सहित आधारभूत संरचनाओं को बुरी तरह नुकसान पहुंचा। 

भीषण बाढ़ के कारण हो गई थी 490 से ज्यादा लोगों की मौत
दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान राज्य में सौ साल में आई सबसे भीषण बाढ़ के कारण 490 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और बहुत बड़े पैमाने पर तबाही हुई। पूजा के दौरान मंदिर में हर दिन 25,000 से एक लाख तक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। पंबा और निकटवर्ती इलाके में सुविधाओं को लेकर श्रद्धालु थोड़े ङ्क्षचतित भी नजर आ रहे हैं। हर साल आने वाले श्रद्धालु रघु ने बताया कि बेस कैंप बनाए गए निलक्क्ल में ना तो ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था है ना ही शौचालयों के इंतजाम किये गए हैं। उन्होंने कहा कि महिला श्रद्धालुओं को दिक्कतें हो सकती है। हालांकि त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड के अध्यक्ष ए पद्मकुमार ने कहा कि पांच दिनों के भीतर निलक्कल में निर्माण संबंधी सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।          

Anil dev

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